Bokaro: जिले में खरीफ फसल की बुआई और धान रोपनी कार्य को गति देने हेतु गोपनीय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अजय नाथ झा ने बुधवार शाम कृषि संबंधित कार्यों की समीक्षा बैठक की।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने निर्देश दिया कि दिनांक 03 से 20 जुलाई 2025 तक जिले भर में ‘धान रोपनी का रोपा अभियान’ चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई भी खेत धान की रोपनी से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को राज्य की प्रमुख खाद्यान्न फसल होने के नाते, धान की उत्पादकता बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास सुनिश्चित किए जाएं।
वैज्ञानिक पद्धति ‘श्री विधि’ से खेती को बढ़ावा दें
उपायुक्त ने कृषि पदाधिकारी को ‘श्री विधि’ से धान की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ‘श्री विधि’ के माध्यम से कम पानी में अधिक उत्पादन होता है। किसानों को इसके लिए जागरूक करें, प्रशिक्षण दें एवं सोशल मीडिया, यूट्यूब आदि के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराएं।
उपायुक्त ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि हर प्रखंड में हर खेत की मॉनिटरिंग की जाए और सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) रोपनी की निगरानी करें। कोई भी खेत खाली नहीं रहना चाहिए ताकि अधिकतम कृषि क्षेत्र का उपयोग हो सके।
किसानों को इंटीग्रेटेड फार्मिंग अपनाने को करें प्रेरित
उपायुक्त ने बैठक में इंटीग्रेटेड फार्मिंग (समेकित खेती) को भी बढ़ावा देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फसल, पशु पालन, मछली पालन आदि के समन्वय से किसानों की आमदनी दोगुनी की जा सकती है।
गव्य विकास पदाधिकारी को दिए कई निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने जिला गव्य विकास पदाधिकारी से संबंधित कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने गौ पालन के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि गायों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित शेड, जल निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि हो सके।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि पशुओं को भी सम्मान और स्वच्छता का अधिकार है, और इससे दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी मो. शाहीद, गव्य विकास पदाधिकारी श्री त्रीदेव मंडल, जिला जन संपर्क पदाधिकारी श्री रवि कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।