Bokaro: 17 जुलाई से नामांकन पत्रों की बिक्री के साथ ही बोकारो बार एसोसिएशन चुनाव की बिसात बिछ चुकी है। वकीलों के बीच जोड़-तोड़, गुटबाज़ी और संभावित गठबंधनों की चर्चाएं ज़ोरों पर हैं। क्षेत्रीय न्यायिक विस्तार, वकीलों को आवास और भयमुक्त पारदर्शी माहौल जैसे मुद्दों पर दावेदार मैदान में हैं। 1200 से अधिक अधिवक्ता इस हाई-वोल्टेज चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
राजनीतिक शैली में हो रही चुनावी तैयारी
चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव सहित अन्य प्रमुख पदों के लिए रस्साकशी तेज हो गई है। मतदान 2 अगस्त को और मतगणना 3 अगस्त को होगी। प्रत्याशी चुनाव को महज़ संगठनात्मक नहीं, बल्कि भविष्य की रणनीतिक पकड़ और प्रभाव से भी जोड़कर देख रहे हैं।
रणजीत गिरि ने भरी ताल, एजेंडे में वकीलों के मुद्दे और क्षेत्रीय जुड़ाव
उपाध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार रणजीत गिरि ने फॉर्म भरते ही अपना ‘चुनावी घोषणापत्र’ सामने रख दिया। उन्होंने चंद्रपुरा, जारीडीह, और दुगदा थाना को बोकारो जजशिप में शामिल कराने की बात कहकर क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश की है। साथ ही बीएसएल से अधिवक्ताओं को आवास दिलाने की बात कर वोट बैंक को साधने का प्रयास किया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
‘पारदर्शिता’ और ‘भयमुक्त वातावरण’ – पुराने नारे, नई रणनीति
हर प्रत्याशी खुद को ‘विकास’ और ‘पारदर्शिता’ का प्रतीक बताने में लगा है। स्वच्छ छवि और संगठन में बदलाव के वादों के साथ वे अधिवक्ताओं को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। चुनावी भाषा और वादे अब राजनीतिक अभियानों जैसे लगने लगे हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
संख्या और समर्थन का खेल, रणनीतिकार सक्रिय
करीब 1200 पंजीकृत अधिवक्ताओं के वोट को अपने पाले में लाने के लिए हर गुट अपने-अपने समीकरण साधने में जुटा है। वरिष्ठ अधिवक्ताओं से लेकर युवा वकीलों तक को साधने के लिए गुप्त मुलाकातें, चाय-चर्चा और व्हाट्सएप रणनीति जोर पकड़ रही है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x