Bokaro: जिले के गोमिया प्रखंड स्थित करिपानी गांव में 15 जुलाई को नाइजर (अफ्रीका) में आतंकी हमले में मारे गए 39 वर्षीय प्रवासी मजदूर गणेश कर्माली की मौत से शोक की गहरी लहर है। उनका शव अब तक भारत नहीं पहुंचा है और परिवार अंतिम दर्शन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। Video
बेटी की भावुक अपील, परिवार सदमे में
गणेश की बेटी सपना ने कहा, “पापा आतंकियों के हाथों मारे गए। वे ही हमारे एकमात्र सहारा थे। मेरी शादी 2 जुलाई को हुई, लेकिन कंपनी ने छुट्टी नहीं दी और वे शामिल नहीं हो सके।” सपना बैंगलोर जा रही थी, लेकिन रास्ते से ही लौट आई। पत्नी यशोदा देवी और छोटे बच्चे गहरे सदमे में हैं। परिवार न्याय और स्थायी सहायता की मांग कर रहा है।
प्रशासन ने दिया तात्कालिक सहयोग
श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि नाइजर सरकार से NOC मिल चुका है और शव एक सप्ताह में आ सकता है। डीसी अजय नाथ झा के निर्देश पर बेरमो एसडीएम ने रविवार को परिवार से मुलाकात कर ₹10,000 नकद व राशन सामग्री दी।