Bokaro: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर राज्य सरकार ने तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। यह शोक 4 अगस्त से 6 अगस्त 2025 तक मनाया जाएगा। राज्य मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग (समन्वय) की ओर से संयुक्त सचिव अखलेश कुमार सिन्हा द्वारा इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। Video-
राष्ट्रीय ध्वज रहेगा आधा झुका, समारोहों पर रोक
सरकारी निर्देश के अनुसार, इस दौरान राज्य के उन सभी सरकारी भवनों पर जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, वहाँ ध्वज आधा झुका रहेगा। इसके साथ ही इन तीन दिनों के दौरान कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।
4 और 5 अगस्त को सभी सरकारी कार्यालय बंद
राज्य सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि 4 और 5 अगस्त को राज्य के सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे, जिससे शोक मनाया जा सके और कर्मचारियों को दिवंगत नेता के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिले।
बताया जा रहा है कि उनके पार्थिव शरीर को एयर लिफ्ट कर रांची लाया जाएगा. वो अपने बेटे सीएम हेमंत सोरेन के साथ रांची हवाईअड्डा पहुंचेंगे. उनके पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से मोरहाबादी स्थित शिबू सोरेन के आवास ले जाया जाएगा. मंगलवार यानी कल सुबह उनके अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय और विधानसभा परिसर ले जाया जाएगा. जहां से करीब दो बजे सभी उनके पैतृक गांव रामगढ़ स्थित गोला के नेमरा गांव ले जाया जाएगा. नेमरा में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
सभी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को भेजा गया आदेश
यह निर्देश झारखंड के सभी अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस अधीक्षक को जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव, कार्मिक विभाग, सूचना एवं जन संपर्क विभाग सहित सभी प्रमुख कार्यालयों को सूचनार्थ एवं कार्यवाही हेतु पत्र की प्रतिलिपि भेजी गई है।
कार्मिक विभाग से अनुरोध
साथ ही, कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग से आग्रह किया गया है कि इस निर्णय के आलोक में संबंधित आदेश शीघ्र निर्गत किए जाएं।
एक युग का अंत
शिबू सोरेन के निधन को झारखंड की राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है। उनके योगदान को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि देने का निर्णय लिया है।