बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर फैक्ट्री इंस्पेक्टर ने प्रबंधन को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि हादसों की रोकथाम के लिए ईडी वर्क्स को ठोस कदम उठाने होंगे। यदि प्रबंधन गंभीर नहीं हुआ, तो दुर्घटनाओं के होने पर फैक्ट्री अधिनियम (Factory Act) के तहत ईडी (वर्क्स) और सीजीएम को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। कुछ महीनो पहले हुए दो मामलों में कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई गई है।
छह महीनों में चार बड़ी दुर्घटनाएं, दो में गई जान
Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने राज्य सरकार के फैक्ट्री इंस्पेक्टर कार्यालय को चिंतित कर दिया है। जिले के उप मुख्य कारखाना निरीक्षक शिवानंद लागुरी ने बताया कि बीते छह महीनों में चार बड़ी घटनाएं हुई हैं, जिनमें दो कर्मचारियों की जान चली गई। हाल ही में CRM-3 यूनिट में गैस लीक की घटना सामने आई, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन प्लांट परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
जांच जारी, दो मामलों में कोर्ट में केस दर्ज
लागुरी ने बताया कि सभी घटनाओं की जांच जारी है। अब तक चार में से दो मामलों में कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई गई है। इन मामलों में उस समय के बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज बी.के. तिवारी और ईडी (वर्क्स) महापात्रा के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं।
सख्त कदम उठाने का समय, फैक्ट्री अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी
फैक्ट्री इंस्पेक्टर ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए बीएसएल प्रबंधन को ठोस कदम उठाने होंगे। यदि प्रबंधन गंभीर नहीं होता, तो फैक्ट्री अधिनियम के तहत ईडी (वर्क्स) और सीजीएम पर विधि सम्मत कार्रवाई की जा सकती है। See Video-
अस्किल्ड कर्मचारियों को स्किल्ड काम सौंपने से बढ़ा खतरा
जांच में यह सामने आया कि कई बार अस्किल्ड कर्मचारियों को स्किल्ड काम सौंप दिया जाता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण (PPEs) भी उपलब्ध नहीं कराए गए। हाल ही में ब्लास्ट फर्नेस की एक घटना में पीड़ित कर्मचारी को यदि सही सुरक्षा उपकरण दिए जाते, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। यह सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
दो वर्षों से नहीं मिली सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट, नोटिस की तैयारी
लागुरी ने बताया कि बीते दो वर्षों में बीएसएल की सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट फैक्ट्री विभाग को प्राप्त नहीं हुई है। संदेह है कि या तो सेफ्टी ऑडिट हुआ ही नहीं या रिपोर्ट जमा नहीं की गई। विभाग जल्द ही बीएसएल प्रबंधन को नोटिस जारी करेगा और आन-साइट इमरजेंसी प्लान तैयार करने का निर्देश देगा।

