Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में शनिवार शाम ठेका कंपनी के लापरवाही के कारण हादसा हो गया। बंद पड़े स्लैबिंग मिल में स्क्रैप कटिंग के दौरान दो ठेका मजदूर आग की चपेट में आ गए। बताया जा रहा है कि मजदूर बिना फायर सूट के काम कर रहे थे, जबकि सुरक्षा मानकों के तहत यह अनिवार्य है। घटना में एक मजदूर की हालत गंभीर बताई जा रही है जिसे मिशन अस्पताल रेफर किया गया है।
बिना सुरक्षा उपकरणों के चल रहा था कार्य
घटना शाम करीब 3:30 बजे की है जब तीन मजदूर गैस कटर से स्लैबिंग मिल में स्क्रैप कटिंग कर रहे थे। अचानक पाइप से निकली आग की लपटों ने अरुण मरांडी और सरोज कुमार को अपनी चपेट में ले लिया। अरुण मरांडी को 40% से अधिक बर्न इंजरी हुई है, जबकि सरोज कुमार को मामूली जलन आई है। गैस कटर चला रहे विजय मांझी बाल-बाल बच गए। तीनों मजदूर एस एन एंटरप्राइज के थे, जिसे बीएसएल ने डिस्मेंटलिंग का ठेका दिया था।

2021 से बंद मिल में हो रहा था डिस्मेंटल का काम
बीएसएल का स्लैबिंग मिल वर्ष 2021 से बंद पड़ा है। वर्तमान में उस यूनिट में स्क्रैप हटाने और डिस्मेंटलिंग का काम चल रहा था, ताकि उस जगह दूसरी यूनिट लगाई जा सके। इस कार्य में गैस कटर का प्रयोग किया जा रहा था। हादसे के समय किसी भी मजदूर ने फायर सूट नहीं पहना था। अगर पहना होता तो हादसा नहीं होता। बीएसएल प्रबंधन इस बात का पता लगा रही है कि घटना के वक़्त घायल मजदुर सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे या नहीं ?
कंपनी पर उठे सवाल, कर्मचारियों में रोष
यह घटना एक बार फिर बीएसएल प्रबंधन के अंदर काम कर रहे ठेका कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। बीएसएल प्रबंधन द्वारा कई बार दी गई हिदायतों और सेफ्टी ट्रेनिंग के बावजूद मजदूरों से बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करवाना भारी लापरवाही को दर्शाता है। कर्मचारियों का कहना है कि ठेकेदार कंपनी की ओर से सेफ्टी गाइडलाइन लागू करने में गंभीरता नहीं बरती जा रही है। बीएसएल प्लांट में लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं ने प्रबंधन की चिंता बढ़ा दी है।
सुरक्षा जागरूकता की जरूरत
यह हादसा सभी कर्मियों और अधिकारियों के लिए चेतावनी है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी जानलेवा हो सकती है। बीएसएल प्रबंधन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। BSL के आला अधिकारियों का कहना है कि यदि मजदूर फायर सूट और हेलमेट पहने होते, तो यह हादसा टल सकता था। ऐसे में प्रत्येक कर्मी को सेफ्टी रूल्स का पालन करना चाहिए और प्रबंधन को भी इन नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करना चाहिए।

