Bokaro: बोकारो एयरपोर्ट के पास बनी मीट दुकानों को हटाने पहुंची बोकारो स्टील लिमिटेड (BSL) की टीम सोमवार को अचानक यू-टर्न लेती दिखी। मौके पर पहुंचे बीएसएल अधिकारी माइक से घोषणा करते नजर आए — “हम तोड़ने नहीं आए हैं, सिर्फ देखने आए हैं।”
यह सुनते ही आसपास के दुकानदारों और स्थानीय लोगों में राहत की लहर दौड़ गई।
एयरपोर्ट संचालन की तैयारी में हटनी थी दुकानें
जानकारी के अनुसार, बोकारो एयरपोर्ट से उड़ान संचालन शुरू करने के लिए बीएसएल के सम्पदा न्यायालय ने कुछ हफ्ते पहले मीट दुकानों को हटाने का नोटिस जारी किया था। इसके तहत शनिवार को बीएसएल और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल से सटी करीब 40 झुग्गियों को हटा दिया था। सोमवार को मीट दुकानों को तोड़े जाने की योजना थी।
इसके मद्देनज़र दुकानदारों ने अपने सामान हटाने शुरू कर दिए थे, दुकान के बोर्ड भी उतार दिए गए थे और धुंधीबाग बाजार पूरी तरह बंद था।
अचानक प्रशासन और BSL का यू-टर्न
हालांकि सोमवार की सुबह प्रशासनिक रुख में अचानक बदलाव देखने को मिला। सेक्टर-12 मोड़ पर पहुंची बीएसएल की टीम, करनाल शेखावत के नेतृत्व में, माइक से घोषणा करने लगी कि आज किसी दुकान को नहीं तोड़ा जाएगा, यह केवल निरीक्षण का दिन है।
घोषणा के दौरान यह भी बताया गया कि टीम के पास कोई जेसीबी नहीं है और जनता से आग्रह किया गया कि भीड़ न जुटाएं और शांति बनाए रखें।
स्थानीयों में खुशी और राहत
टीम की यह घोषणा सुनते ही मीट दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। भीड़ ने तालियां बजाकर बीएसएल अधिकारियों का स्वागत किया और अपने स्थानीय नेताओं का धन्यवाद किया।
बीएसएल टीम के साथ इस दौरान न तो किसी उच्च अधिकारी की उपस्थिति थी और न ही पर्याप्त पुलिस बल मौजूद था, केवल सिटी थाना के इंस्पेक्टर मौके पर थे। टीम के रवाना होने तक लोग घटनास्थल पर डटे रहे।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
मौके पर मौजूद अधिकारियों से जब यह पूछा गया कि पहले जारी नोटिस और घोषणा के बावजूद दुकानों को क्यों नहीं तोड़ा गया, तो किसी ने भी जवाब देने से इंकार कर दिया।
अब सवाल यह उठता है कि बोकारो एयरपोर्ट के सामने चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को बीच में रोकने के पीछे आखिर क्या कारण है? क्या यह सिर्फ निरीक्षण था या कोई प्रशासनिक दबाव?
Bokaro Airport encroachment drive took a sudden twist as the BSL team announced through loudspeakers that they came only for inspection, not demolition. Residents celebrated, but questions remain — why did the administration suddenly halt the meat shop removal drive?

