Bokaro: बोकारो के जनता दरबार में उपायुक्त अजय नाथ झा ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि प्रशासन जनता की सेवा के लिए है, न कि परेशान करने के लिए। भूमि दाखिल–खारिज मामलों में तत्क्षण निपटारे का निर्देश दिया। उपायुक्त अजय नाथ झा का रौबीला स्वर जहां लापरवाह अधिकारियों के लिए चेतावनी बना, वहीं आम जनता के दिलों में भरोसा जगाने वाला साबित हुआ।
जनता से अनुचित व्यवहार पर फटकार, संवेदनशील प्रशासन का संदेश
दरबार के दौरान उपायुक्त ने चास अंचल के राजस्व उप निरीक्षक अशोक मिश्रा को जनता के साथ अनुचित व्यवहार के लिए सख्त फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट कहा – “प्रशासन जनता की सेवा के लिए है, उन्हें परेशान करने के लिए नहीं।” उनकी इस कड़ी लेकिन संवेदनशील चेतावनी ने वहां मौजूद हर अधिकारी को यह एहसास दिलाया कि कुर्सी का मतलब शक्ति नहीं, जिम्मेदारी है।
ममतेश देवी की पुकार पर मिला तुरंत न्याय
सेक्टर 06 डी की निवासी ममतेश देवी और अजय कुमार की भूमि से जुड़ी शिकायत सुनते ही उपायुक्त ने संबंधित राजस्व उप निरीक्षक को तत्काल दाखिल–खारिज की कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि आमजन की फाइलें “अनावश्यक रूप से लंबित रखना प्रशासन की नीति नहीं है” और ऐसे मामलों में तत्काल सुधार लाया जाए। मौके पर सभी राजस्व कर्मियों को जनता की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश मिला।
देवेन महली की मुस्कान ने छू लिया सबका दिल
सभा का सबसे भावनात्मक पल तब आया, जब बाबुडीह के देवेन महली ठंड से बचाव के लिए कंबल की मांग लेकर दरबार पहुंचे। उपायुक्त ने बिना एक पल गंवाए आदेश जारी किया और मात्र 10 मिनट में देवेन को कंबल उपलब्ध करा दिया गया। जैसे ही देवेन के चेहरे पर मुस्कान आई, सभागार में मौजूद हर व्यक्ति के दिल में गर्मजोशी की लहर दौड़ गई। वह मुस्कान पूरे दरबार की पहचान बन गई।
जनता का विश्वास ही प्रशासन की ताकत
उपायुक्त अजय नाथ झा ने भावुक शब्दों में कहा — “हमारी पहली प्राथमिकता जनता है। उनकी समस्याओं को सुनना और समाधान करना हमारा कर्तव्य है। कोई भी नागरिक निराश न लौटे – यही हमारा लक्ष्य है।” मंगलवार के जनता दरबार में कुल 53 मामलों की सुनवाई हुई, जिनमें से कई मामलों का समाधान मौके पर ही किया गया।

