Bokaro : गोमिया प्रखंड की कुंदा पंचायत के खखंडा गाँव में झुंड से बिछड़े एक हाथी ने 60 वर्षीय महिला सांझो देवी को कुचलकर मार डाला। हाथी ने रास्ते में पड़ने वाले घरों और वाहनों को भी नुकसान पहुँचाया। लगभग आधा दर्जन घर और तीन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
हाथियों के हमले से लगातार हो रही मौतों से आक्रोशित स्थानीय ग्रामीणों ने लोगो के सुरक्षा के लिए हाथियों को इलाके से भगाने की माँग करते हुए ललपनिया और नयामोड़ के बीच मुख्य सड़क पर मृतक के शव को रखकर लगभग 12 घंटे तक जाम रखा।

भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी संदीप शिंदे ने कहा, “हमने हाथियों को इलाके से भगाने के लिए बांकुरा (पश्चिम बंगाल) और गोला (रामगढ़) से एक विशेषज्ञ दल बुलाया है। महिला की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जो हाथी रात में गाँव में घुस आया था वह हाथियों के झुंड से बिछड़ा हुआ है।”
स्थानीय ग्रामीण इन दिनों हाथियों से बेहद डरे हुए हैं। आठ दिन पहले भी गोमिया प्रखंड के तिलैया पंचायत निवासी प्रकाश महतो और चरकू महतो नामक दो लोगों को हाथियों ने कुचल दिया था। वह हाथी भी इस झुंड से बिछड़ हुए थे। एक ग्रामीण ने बताया, “इन दिनों हाथियों के हमले बढ़ गए हैं, जिससे हमारी रातें जागकर कट रही हैं। हाथी पास के जंगल से आकर यहाँ के लोगों पर हमला कर देते हैं। घरो के दीवारों को ध्वस्त कर देते है। गाड़िया तोड़ देते है।”
एक ग्रामीण ने बताया कि मृतका संझो देवी अपने घर में अकेली थीं। बाहर से शोर सुनकर उन्होंने दरवाजा खोला, लेकिन इससे पहले कि वह कुछ समझ पातीं, हाथी ने उन्हें अपनी सूंड में लपेट लिया और कुचलकर मार डाला। रात में रामगढ से अपनी कार में लौट रहे परिवार ने हाथी को देखा और गाड़ी छोड़ कर भाग गए। जिससे उनकी जान बच गई। हाथी ने कार को डैमेज कर दिया।

