Bokaro: बोकारो स्टील सिटी के सेक्टर 1 में स्तिथ जन्म-मृत्यु निबंधन कार्यालय (Birth-Death Registration Office) में आवेदकों से हो रहे अभद्र व्यवहार का मामला चर्चे में है। आम नागरिको से मिली शिकायतों की बढ़ती संख्या के कारण, डिस्ट्रिक्ट स्टैटिस्टिकल ऑफिसर (DSO) ने सख्त चेतावनी जारी की है। कई नागरिक अपनी शिकायतें लेकर अब बोकारो डीसी के जनता दरबार में पहुंच रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, एक व्यवस्थित प्रक्रिया की कमी के कारण निबंधन में अक्सर रुकावट आ रही है। आवेदकों का दावा है कि उन्हें बेवजह देरी की जा रही है। डिस्ट्रिक्ट स्टैटिस्टिकल ऑफिसर ने साफ कर दिया है कि अगर हालात तुरंत नहीं सुधरे, तो कार्रवाई की जाएगी, जिसकी शुरुआत रजिस्ट्रार की ID होल्ड करने से होगी।
बोकारो जनरल हॉस्पिटल (BGH) में नवजात बच्चों के मामले में सेक्टर 1 बर्थ एंड डेथ रजिस्ट्रेशन ऑफिस की स्थिति खास तौर पर चिंताजनक है। बर्थ सर्टिफिकेट जो आम तौर पर एक हफ्ते के अंदर जारी हो जाने चाहिए, वे दस महीने बाद भी पेंडिंग बताए जा रहे हैं। लगातार शिकायतें डिप्टी कमिश्नर (DC) के जनता दरबार तक पहुंच रही हैं।
शिकायत की कॉपी असिस्टेंट डायरेक्टर, सेंसस डायरेक्टरेट (झारखंड), बोकारो स्टील के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और डायरेक्टरेट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स को भेज दी गई हैं। यह साफ कर दिया गया है कि एक सेंसिटिव पब्लिक सर्विस में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लोगों का यह भी आरोप है कि बिचौलिए रजिस्ट्रेशन सिस्टम पर असर डाल रहे हैं, जिससे आवेदकों को रिश्वत देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यहां तक कि रूटीन मामलों में भी देरी हो रही है। विजय कुमार साह और गुलशन कुमार साहू जैसे आवेदक उदाहरण दे रहे है। उन्होंने बताया कि सभी जरूरी डॉक्यूमेंट जमा करने के बावजूद उन्हें कई दिनों तक एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस घूमना पड़ा।

