Bokaro: पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज लगातार हो रहे मूसलाधार वर्षा के बीच हजारों की संख्या में इस्पातकर्मी एवं ठेकाकर्मीयों ने नन-एनजेसीएस यूनियन के बैनर तले पलान्ट गोलचक्कर से अधिशासी निदेशक (संकार्य )कार्यालय पर जोरदार हल्ला बोल प्रदर्शन किया। मजदूर काफी आक्रोशित थे। सेल प्रबंधन एवं एनजेसीएस के नेताओं के विरोध में नारेबाजी करते रहे।
सेल प्रबंधन एवं एनजेसीएस के नेताओं को संबोधित करते हुए नन-एनजेसीएस यूनियन के संयोजक सह “जय झारखंड मजदूर समाज” के महामंत्री बी के चौधरी ने कहा कि अब भी कुम्भकरणी निद्रा से जागो। इस भारी बर्षा के बीच भी कामगार का हजारों की संख्या में भाग लेना इस बात के तरफ इशारा कर रहा है कि अगर अभी भी मजदूरों के मांगों को लेकर गंभीर नहीं हुए तो प्लांट को भगवान भी नहीं बचा सकता है। आज वेज रिविजन का 59 महीना विलम्ब हो चुका है ,बाबजूद आपस में नूरा कुस्ती चालू है। कामगार दोनों के मिलीभगत को अच्छी तरह से समझ चूका है। हम जानते है की जान बुझ कर वेज रिविजन में विलम्ब किया जा रहा है ।
आज सेल में लगभग 58000 हजार इस्पातकर्मी काम कर रहे हैं प्रति कामगार को लगभग 5000/= रूपये का घाटा हो चूका है इस तरह 59 महीना ×5000/= के हिसाब से लगभग प्रति कामगार को 295000/=×58000 कामगार इस तरह =17110000000/=रूपये का बचत सेल के खाते में जा चूका है, क्या इस बात का जानकारी एनजेसीएस के नेताओं को नहीं है। ऐसा हो नहीं सकता लेकिन मजदूरों के गुप्त मतदान के बिना जीत हासिल किये एनजेसीएस में प्रबंधन द्वारा भेजा जा रहा है तो निश्चित रूप से मजदूरों के जगह प्रबंधन को फायदा पहुंचाने के लिए हीं उनको भेजा जा रहा है। दुसरे तरफ आज प्लांट के उत्पादन में ठेकेदार मजदूरों का 90% योगदान है लेकिन प्रबंधन ठेकेदारों के माध्यम से उनका आर्थिक और मानसिक शोषण करवाया जा रहा है, जिसमें दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होते हो रही है।
बैंक खाते से अपनी खून पसीना से कमाई पैसा को ठेकेदार को वापस करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। अभी भी 50% से उपर के मजदूरों को फाइनल नहीं दिया जा रहा है मांगने पर या पैसा नहीं लोटने पर उन्हें काम से निकाल दिया जाता है और प्रबंधन मुक दर्शक बना रहता है।अन्त में महामंत्री ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एनजेसीएस के प्रस्तावित बैठक दिनांक 4 एवं 5 अक्तूबर को 15,35 और 9% के साथ वर्ष 01/01/2017 से सभी प्रकार के भताओं का एरियर सहित वेज रिविजन ,इस्पातकर्मीयों को दुर्गा पूजा से पूर्व कम से कम 35000/=रु0बोनस (एक्सरग्रेसिया) दे।
साथ ही साथ ठेकाकर्मियों का वेज रिविजन एवं कम से कम 8.33% बोनस पर फैसला नहीं हुआ तो पुनः 7 अक्टूबर को नन-एनजेसीएस की बैठक में आगे की रण नीति तय की जायेगी। कार्यक्रम में :–जनता मजदूर सभा के संयुक्त महामंत्री संदीप कुमार यास ,जय झारखंड मजदूर समाज के संयुक्त महा मंत्रीशंकर कुमार, एन के सिंह, विक्रम माँझी, एस के सिंह, आशिक अंसारी, सी के एस मुंडा,अनिल कुमार, रौशन कुमार, अब्दुल मन्नान, राजेन्द्र प्रसाद, मानिक चन्द्र साह, रामेश्वर माँझी, आई अहमद, धर्मेन्द्र कुमार, बी मोहंती रमा रबानी, ज्ञानी महतो, आर आर सोरेन, राण विजय सिंह ,चन्द्रशेखर, धीरेन्द्र माँझी, देवेन्द्र गोराई, विनोद कुमार, ए के मंडल,सुनील कुमार गोराई, दिवाकर कुमार,सरोज कुमार, अमूल्या महतो, दयाल मांझी, ओ पी चौहान, विजय कुमार साह, बालेश्वर राय, संतोष कुमार गुप्ता, कुमार ऋषी राज, बी एन तिवारी,आर एन राकेश,एस डी प्रसाद,लाल बाबू भारती, शशिकांत, पूरन चंद महतो,कार्तिक सिंह,नाशी खान इत्यादि उपस्थित थे।