Bokaro: झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) ने अप्रैल की शुरुआत में बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड (BPSCL) पर 2.05 करोड़ रुपये का पर्यावरणीय जुर्माना लगाया था। यह जुर्माना 685 दिनों तक प्रदुषण से सम्बंधित दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण था। लेकिन इसके बावजूद अब तक कंपनी ने यह राशि अदा नहीं की है। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के भीतर स्थित बीपीएससीएल के फ्लाई ऐश तालाब से प्रदूषण लगातार जारी है, जिससे आसपास के पर्यावरण और लोगों की सेहत पर बड़ा खतरा बना हुआ है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
50 दिन बाद भी नहीं दिखा कोई ठोस सुधार
JSPCB के कारण बताओ नोटिस जारी करने और फाइन किये जाने के बाद 50 दिन से अधिक बीत चुके हैं, फिर भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। BPSCL के फ्लाई ऐश तालाब के सभी छह खंड पूरी तरह भरे हुए हैं। केवल 3-4 डंपर ही ऐश हटाने के लिए उपयोग में लाए जा रहे हैं, वह भी कभी-कभी। नतीजतन, राख (Fly Ash) मिश्रित पानी बोकारो स्टील प्लांट के स्लज खंड में बह रहा है और वहां से कूलिंग तालाब होते हुए गरगा नदी में पहुंच रहा है। अंततः यह प्रदूषित पानी बथुआ गांव के पास दामोदर नदी में मिल जा रहा है। जिससे नदियां प्रदूषित हो रही है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
नमामि गंगे परियोजना को भी खतरा
स्थानीय नागरिकों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह प्रदूषण नमामि गंगे परियोजना के उद्देश्यों को भी प्रभावित कर रहा है। लगातार बहती फ्लाई ऐश नदियों को प्रदूषित कर रही है, जिससे गंगा सफाई अभियान को झटका लग रहा है। इसमें बीपीएससीएल के साथ-साथ बोकारो स्टील प्लांट भी उतना ही जिम्मेवार है। बता दें , सरयू राय ने बीपीएससीएल (BPSCL) के फ्लाई ऐश प्रदूषण का मामला मार्च में विधानसभा में भी उठाया था। जिसके बाद JSPCB की टीम ने फ्लाई ऐश पोंड का इंस्पेक्शन कर बीपीएससीएल पर फाइन ठोका था।
सरयू राय का दौरा और सख्त प्रतिक्रिया
जमशेदपुर पश्चिम के विधायक और विधानसभा की अधीनस्थ विधान समिति के अध्यक्ष सरयू राय ने शनिवार को बोकारो पहुंचे और मीडिया से कहा, “जुर्माने के बावजूद BPSCL ने फ्लाई ऐश को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। बोकारो स्टील प्लांट () भी उतना ही जिम्मेदार है।” उन्होंने JSPCB की भूमिका पर भी सवाल उठाए और उसे ढुलमुल रवैये का दोषी बताया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
कंपनी पर जवाबदेही तय नहीं, उपायों की जगह लॉबिंग जारी
सरयू राय ने ये भी कहा, “BPSCL के अधिकारी लापरवाह हैं क्योंकि जुर्माना कंपनी पर है, किसी एक अधिकारी पर नहीं। बताईये, कंपनी जुर्माना देने या प्रदूषण रोकने की बजाय JSPCB पर से जुर्माना घटाया जाने के लिए प्रयासरत। पूरा फोकस फाइन घटनावाने पर है। इधर काम कुछ भी नहीं हुआ है।”
सरयू राय ने बीएसएल को भी आड़े हाथो लिया। उन्होंने कहा – “बीएसएल के स्लैग कम्पार्टमेंट का भी कचरा फ्लाई ऐश के साथ मिलकर नदियों में गिर रहा है। दोनों कंपनियां प्रदुषण फैला रही है। बीएसएल आठ साल पहले से कचरा प्रबंधन दुरुस्त करने और सिवरेज -ड्रेनेज से जीरो वाटर डिस्चार्ज का वादा कर रहा है। हुआ कुछ भी नहीं।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
JSPCB की प्रतिक्रिया और कार्रवाई की प्रतीक्षा
JSPCB के सदस्य सचिव राजीव लोचन बख्शी ने बताया कि बोर्ड ने धनबाद क्षेत्रीय कार्यालय से ताज़ा रिपोर्ट और वस्तुस्थिति मांगी है।
BPSCL CEO का दावा: जल्द होंगे सुधार
BPSCL के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर कुमार झा ने कहा, “हम फ्लाई ऐश के बहाव को रोकने के लिए डाइक और आउटलेट चैनल को मजबूत कर रहे हैं। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। हमने ISM धनबाद के साथ समझौता किया है, जो हमें फ्लाई ऐश तालाब के बेहतर प्रबंधन के लिए परामर्श देगा।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x