Bokaro: मंगलवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में बोकारो स्टील सिटी (BSL) टाउनशिप और इसके अधीन आने वाले गांवों के परिसीमन से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य टाउनशिप क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सेक्टरों और गांवों की सीमाओं का स्पष्ट निर्धारण और सत्यापन करना था, ताकि आगामी जनगणना 2027 का कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
जनगणना 2027 की तैयारी के लिए सटीक सीमा निर्धारण जरूरी
उपायुक्त झा ने कहा कि जनगणना 2027 के लिए प्रत्येक ग्राम, बस्ती और टाउनशिप क्षेत्र का भौगोलिक एवं प्रशासनिक सीमांकन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बीएसएल के महाप्रबंधक ए.के. सिंह और चास के बीडीओ-सीओ को एक संयुक्त सर्वे टीम गठित कर एक सप्ताह में विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि सर्वे रिपोर्ट में प्रत्येक सेक्टर, खाली स्थानों और अतिक्रमित क्षेत्रों की स्थिति स्पष्ट रूप से ब्लैक एंड व्हाइट नक्शे में प्रदर्शित की जाए, ताकि किसी प्रकार का भ्रम या विवाद न रहे।

मैदानी सत्यापन पर रहेगा प्रशासन का जोर
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि यह कार्य केवल कागजी नहीं, बल्कि मैदानी सत्यापन के आधार पर किया जाए। टीम को फील्ड निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करना होगा कि सीमांकन प्रशासनिक अभिलेखों, राजस्व मानचित्रों और वास्तविक भौगोलिक स्थिति से मेल खाता हो।
BSL प्रबंधन को एक सप्ताह में टाउनशिप स्टेटस स्पष्ट करने का निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि अब तक बीएसएल टाउनशिप का स्टेटस स्पष्ट नहीं है—यह क्षेत्र शहरी है या ग्रामीण, इसे लेकर असमंजस है। उन्होंने बीएसएल प्रबंधन को नगर विकास एवं उद्योग विभाग को औपचारिक आवेदन भेजने का निर्देश दिया ताकि परिसीमन प्रक्रिया में सभी तथ्यों का समावेश हो सके।
पारदर्शी और समयबद्ध परिसीमन पर प्रशासन का फोकस
उपायुक्त ने कहा कि बीएसएल क्षेत्र जिले के औद्योगिक और जनसंख्या दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए परिसीमन कार्य को समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने और निर्धारित समय सीमा में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
चास एसडीओ प्रांजल ढांडा बनीं नोडल अधिकारी
उपायुक्त ने इस कार्य की निगरानी के लिए चास अनुमंडल पदाधिकारी प्रांजल ढांडा को नोडल अधिकारी नामित किया है। उन्होंने बताया कि परिसीमन पर अगली समीक्षा बैठक 21 अक्टूबर को होगी। झा ने कहा कि यह प्रारंभिक कार्य प्रशासनिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है और जनगणना 2027 की सफलता की आधारशिला सिद्ध होगा।
