Bokaro: झारखंड की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY) में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। इस योजना के तहत सैकड़ो फर्जी लाभार्थियों ने डुप्लीकेट राशन कार्ड और फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर योजना का लाभ उठाने की कोशिश की। बोकारो जिले में कुल 3.75 लाख लाभार्थियों में से अब तक 11,500 से अधिक फर्जी आवेदनों का खुलासा हुआ है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x48 घंटे में बढ़ी संदिग्ध आवेदनों की संख्या
सिर्फ 48 घंटों के भीतर संदिग्ध आवेदनों की संख्या तेजी से बढ़कर 189 तक पहुंच गई, जिनकी बैंक डिटेल्स जांचने पर सभी एक ही बैंक खाते से जुड़े पाए गए। बुधवार को 95 फर्जी आवेदन पकड़े गए, जबकि गुरुवार को 94 और आवेदन फर्जी निकले।
बैंक खाते पश्चिम बंगाल के निवासियों के नाम पर – See Video
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ये सभी बैंक खाते पश्चिम बंगाल के निवासियों के नाम पर हैं। 95 खाते यूसुफ के नाम पर और 94 खाते सुफनी खातुन के नाम पर पंजीकृत हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक संगठित घोटाला हो सकता है, जिसमें एक ही बैंक खाते से सैकड़ों अलग-अलग नामों से आवेदन किए गए। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
जिले के उपायुक्त विजया जाधव के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा विभाग ने योजना के लाभुकों का भौतिक सत्यापन शुरू किया। इस दौरान एक ही बैंक खाते का उपयोग कर अलग-अलग नामों से 94 बार आवेदन किए जाने की पुष्टि हुई। ये आवेदन चंदनकियारी (49 बार), कसमार (20 बार), बेरमो (12 बार), गोमिया (07 बार), चास/नावाडीह (02-02 बार) और चास नगर निगम/चंद्रपुरा (01-01 बार) से किए गए थे।
फर्जी बैंक खाता और आवेदन प्रक्रिया
जांच में यह सामने आया कि फर्जी आवेदन इंडसइंड बैंक के खाते का इस्तेमाल कर किए गए थे। इन सभी आवेदनों को पलामू जिले और बिहार के किशनगंज में स्थित कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) संचालकों द्वारा भरा गया था। तीन अलग-अलग CSC आईडी से ये आवेदन भरे गए थे:
1. CSC ID: 243621130028 (वीएलई: विक्कु कुमार रवि, जिला: पलामू)
2. CSC ID: 542316220013 (वीएलई: सुमित कुमार, जिला: पलामू)
3. CSC ID: 423664770011 (वीएलई: फरयाद आलम, जिला: किशनगंज, बिहार)
94 बार एक ही बैंक खाते का इस्तेमाल
जांच में यह खुलासा हुआ कि बैंक खाता संख्या 100253493007, जो सुफनी खातुन के नाम पर है, का 94 बार उपयोग कर योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया गया। इस दौरान फर्जी राशन कार्ड का इस्तेमाल भी किया गया, जिसकी पुष्टि जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने की। सभी फर्जी नामों में मुर्मू, हांसदा, मंडल जैसे उपनाम जोड़े गए, ताकि वे आदिवासी लाभार्थियों की सूची में शामिल हो सकें। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
एक ही दिन में कई बार आवेदन करने की कोशिश
आश्चर्यजनक रूप से 31 अक्टूबर और 1 नवंबर 2024 को एक ही दिन में कई बार आवेदन किए गए। उपायुक्त ने इस मामले में खाता धारक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
स्वीकृति प्रक्रिया में अनियमितताएं
जांच में यह भी पाया गया कि कई आवेदनों को बीडीओ/सीओ स्तर पर स्वीकृति मिल चुकी थी। हालांकि, उपायुक्त के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा विभाग ने एक ही खाते से एक से अधिक बार किए गए आवेदनों को रोक दिया और किसी भी राशि का हस्तांतरण नहीं किया गया।अब तक 11,200 फर्जी आवेदन सामने आए
झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY) के सत्यापन के दौरान जिले में कुल 11,200 डुप्लीकेट आवेदन पाए गए हैं। सभी आवेदनों का एक बार फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन पूरा होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
11 बैंकों के 50 बैंक खाता का हुआ है कई बार इस्तेमाल
उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा द्वारा जिले में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (जेएमएमएसवाई) के भौतिक सत्यापन में लगातार चौंकाने वाला तथ्य सामने आ रहा है। अब तक हुए सत्यापन में कुल 11 सरकारी एवं निजी बैंकों के 50 ऐसे बैंक खातों को चिन्हित किया गया है, जिनका कई बार आवेदन करने में इस्तेमाल किया गया है। आवेदन के क्रम में एक ही बैंक खाता का 96 बार, 90 बार, 80 बार, 70 बार, 50 बार, 40 बार व 30 बार आदि इस्तेमाल किया गया है। इस कार्य में संलिप्त कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) को भी चिन्हित किया गया है।
इन बैंकों के खातों का किया गया है इस्तेमाल
फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड, इंडसइंड बैंक लिमिटेड बोकारो, बैंक ऑफ बरोदा, आईडीबीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, आइसीआइसीआइ बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक एवं एयरटेल पेमेंट बैंक।
पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
बुधवार को भी जांच में सामने आया था कि 95 बार एक ही बैंक खाता संख्या 100253387047 का उपयोग कर अलग-अलग नामों से आवेदन किए गए थे। इस खाते का धारक यूसुफ था, जिसका पता पतागोड़ा, बड़ाखांती, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल था। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
प्रशासन ने घोटाले पर कसी नकेल
इस बड़े घोटाले को देखते हुए प्रशासन ने भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया तेज कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि इस तरह के कई और फर्जी लाभार्थी भी योजना में शामिल हो सकते हैं। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि घोटालेबाजों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x