Bokaro: बीएसएल के खिलाफ विस्थापित आंदोलन का नेतृत्व करने पहुंचे युवा नेता जयराम महतो ने बोकारो स्टील प्लांट और बोकारो विधायक बिरंची नारायण के खिलाफ जम के बोला। महतो ने कहा कि यहां के विस्थापितों का दर्द विधायक क्यों समझेंगे, उनका खुद का जमीन थोड़े न गया है। उन्होंने कहा कि हमलोग कि आवाज़ उठाने के लिए हमनें MLA चुना था, पर वह तो व्यापारी बन गए। हमलोग सबका चिट खोलेंगे। Video नीचे-
जयराम महतो ने पॉलिटिक्स में एंट्री की बात करते हुए कहा कि 2024 में जहां-जहां बेकार सांसद है, वह लोग वहां- वहां से चुनाव लड़ेंगे। हलाकि चुनाव लड़ना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगी, फिर लोगो के बीच के मुद्दे को लेकर राज्य के दर्ज़न से अधिक जगह से उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी।
बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के हेडक्वार्टर कहे जाने वाले एडीएम बिल्डिंग के समक्ष गुरुवार को जोरदार प्रदर्शन हुआ। सैकड़ो कि संख्या में विस्थापित युवा प्लांट जाने वाले मुख्य सड़क पर धरने पर बैठ गए। यह आंदोलन विस्थापित अपरेंटिस संघ के बैनर तले किया गया। जिसका नेतृत्व झारखंडी भाषा-खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने किया। Video नीचे-
बीएसएल के एडीएम बिल्डिंग के सामने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। सीआईएसएफ जवान भी मुस्तैद खड़े थे। अपने निर्धारित कार्यकम के अनुसार सैकड़ो की संख्या में विस्थापित जुटे और बीएसएल के खिलाफ अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया। विस्थापित बेरोजगार युवक मुख्य सड़क पर बैठकर बीएसएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीएसएल के सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार तक पहुंच गए जहां से आगे बढ़ने से उन्हें रोक दिया गया।
जयराम महतो ने कहा कि बोकारो स्टील प्रबंधन के द्वारा विस्थापित युवाओं को अपरेंटिस कराए जाने के बाद नियोजन देने की बात कहीं गई थी। लेकिन वर्ष 2016 से अप्रेंटिस कराए जाने के बाद भी प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं को नियोजन नहीं दिया जा रहा है। प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं ने कहा कि जब तक हमें नियोजन नहीं मिल जाता है तब तक हमारा यह आंदोलन जारी रहेगा। Video नीचे –
अपने हक व अधिकार व बोकारो इस्पात संयंत्र में नियोजन के लिए वर्षों से हम विस्थापित आंदोलन करते आ रहे हैं। पर विस्थापित विरोधी मानसिकता वाले बीएसएल प्रबंधन ने हर बार हमें छला है। उनकी मांगे- प्लांट ट्रेनिंग पूरा कर चुके सभी विस्थापित अप्रेंटिस को बीएसएल में अविलंब सीधे बहाल किया जाये, सभी तरह के बहालियो में विस्थापितों के लिए अधिकतम उम्र सीमा को पूर्व की भांति 45 वर्ष किया जाए आदि।
जयराम महतो ने कहा कि बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्माण के समय विस्थापितों से जमीन लेते समय जो वायदा किया गया था, जो पूरा करना होगा। प्रबंधन के पास 48 घंटे का समय है बात कर समाधान निकाले अन्यथा बोकारो की धरती रणक्षेत्र में तब्दील हो जायेगी और बीएसएल के अधिकारियों को धरती कम पड़ जाएगी भागने के लिए। कहा की हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, हमारी लड़ाई सिस्टम से है। जो सिस्टम झारखंड के किसान, गरीब विस्थापितों को उनके अधिकार से वंचित रखता हो, उसे बदलने का बिगुल हमने फुंक दिया है। Video: