Bokaro: झारखण्ड के बोकारो की गिनती राज्य के समृद्ध शहरो में होती है। पर इसके विकास के रफ़्तार को ग्रहण लग चूका है। विकास से जुड़े करोड़ो-अरबों रूपये के प्रोजेक्ट की घोषणा ऐसे होती है की मानो एक-दो साल में सामने होगा, पर उनमे से अधिकतर धरातल में उतर नहीं पातें। कही न कही अटक जाते है। मेडिकल कॉलेज, एयरपोर्ट, क्रिकेट स्टेडियम, टाउनहॉल, RTPCR लैब, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, बस स्टैंड, आदि ऐसे कई उदहारण है।
इन सभी प्रोजेक्टों में लोग सबसे अधिक उत्सुक एयरपोर्ट को लेकर है पर वह भी अटका हुआ है। उसके बाद मेडिकल कॉलेज पर भी लोगो का ध्यान है। पर उसपर भी कुछ नहीं हो रहा है। मेडिकल कॉलेज को लेकर कोई हलचल नहीं है। बता दें, मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए बीएसएल ने सेक्टर 12 में नेशनल हाईवे पर 25 एकड़ ज़मीन सरकार को दे दी है। साथ ही बीसीसीएल अस्पताल निर्माण का सारा खर्च उठाने को तैयार है।
पर इन सब के बावजूद मेडिकल कॉलेज प्रोजेक्ट पर काम रुका हुआ है। बोकारो इस्पात संयंत्र संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी मोर्चा के अध्यक्ष कमलेश राय के नेतृत्व में बोकारो जिला के अपर समाहर्ता सादात अनवर से मिल कर सीसीएल के सहयोग से सेक्टर 12 के पास प्रस्तावित अस्पताल के निर्माण में हो रही देरी को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस आशय की जानकारी विद्या सागर सिंह ने दी।
इस अस्पताल के निर्माण के लिए बोकारो इस्पात प्रबंधन के द्वारा 25 एकड़ भूमि का हस्तानांतरण बोकारो इस्पात संयंत्र प्रबंधन के द्वारा बोकारो जिला प्रशासन को कर दिया गया है। सीसीएल के द्वारा राशि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसकी जिला स्तर से एक भी बैठक का नहीं होना कहीं ना कहीं इस योजना में देरी का कारण है।
अपर समाहर्ता ने उपायुक्त बोकारो के संज्ञान में विषय को लाकर जल्द से जल्द बैठक बुलाए जाने की बात कही। मोर्चा के सदस्य गण इस मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जल्द ही मिलेंगे, जिससे इस लोककल्याणकारी योजना जल्द से जल्द धरातल पर आकर ले सके।
मोर्चा के अध्यक्ष कमलेश राय ने कहा की इस मामले को बोकारो के सभी क्षेत्रों में घूम-घूम कर इस संबंध में व्यापक अभियान शुरू करने की योजना बनाई है ,जिससे की गरीब लोगों के स्वास्थ संबंधी मामलों का स्थानीय स्तर पर निपटारा इस अस्पताल के आने के बाद हो सके। इस अवसर पर मुख्य रूप से मोर्चा के अध्यक्ष कमलेश राय ,शंकर रजक, मिरिगेंद्र प्रताप सिंह ,द्वारिका नाथ सिंह मुन्ना, अशोक महथा शामिल हुए।
बताया गया कि बोकारो में मेडिकल कॉलेज व अस्पताल बनने को लेकर राज्य सरकार ने 2021 दिसंबर में ही घोषणा कर दी थी। इससे सम्बंधित काम को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने फरवरी 2022 को समन्वय समिति का गठन किया था। इस समिति के अध्यक्ष बोकारो विधायक सह मुख्य सचेतक (विरोधी दल) बिरंची नारायण को बनाया गया है। साथ ही स्वास्थ विभाग के मनोज सिन्हा को इस समिति का सदस्य सचिव बनाये जाने के बात कही जा रही है। डीसी बोकारो और बीसीसीएल के प्रबंध निदेशक भी इस समिति के सदस्य है।
समन्वय के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज खोलने की रूप रेखा यह समिति तय करेगी। कॉलेज पीपीपी मोड में खुलेगा या कोई और तरीका अपनाया जाये आदि पर समिति विचार करेगी। यह समिति बीसीसीएल और राज्य सरकार के बीच समन्वय स्थापित करने का कार्य करेगी जिससे काम जल्द शुरू किया जा सके।
बता दें, 22 दिसंबर 2021 को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान में सदन में बोकारो विधायक, बिरंची नारायण के एक सवाल का जवाब देतें हुए स्वास्थ्य मंत्री, बन्ना गुप्ता ने कहा था की बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) बोकारो में मेडिकल कॉलेज खोलने को इच्छुक है। जिसे राज्य सरकार ने बड़ी ही सकरात्मकता से लिया है। पर उसके बाद उस प्रोजेक्ट पर कोई चर्चा नहीं हुई।