Bokaro: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की बोकारो जिला इकाई ने सोमवार को सरना धर्म कोड/आदिवासी धर्म कोड की मान्यता की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर एकदिवसीय धरना आयोजित किया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
मंत्री योगेंद्र महतो का संबोधन
धरने को संबोधित करते हुए मंत्री योगेंद्र महतो ने केंद्र सरकार पर आदिवासी समाज की धार्मिक पहचान की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा द्वारा 2021 की जनगणना से पहले सर्वसम्मति से पारित सरना धर्म कोड विधेयक को अब तक केंद्र की मंजूरी नहीं मिली है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। महतो ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “जब तक सरना धर्म कोड लागू नहीं होता है, तब तक झारखंड में जातीय जनगणना नहीं होगी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आदिवासियों की भावनाओं और संवैधानिक अधिकारों की उपेक्षा कर रही है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
विधायक उमाकांत रजक का समर्थन
विधायक उमाकांत रजक ने कहा कि झामुमो और सहयोगी दल लंबे समय से जातिगत जनगणना और अलग धर्म कोड की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आदिवासी समाज की अस्मिता की रक्षा के लिए झामुमो की भूमिका को दोहराया।
राष्ट्रपति को सौंपा गया ज्ञापन
महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि आदिवासी हितों को प्राथमिकता देना राज्य सरकार की जनप्रतिबद्धता का उदाहरण है। अब केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह प्रस्ताव को स्वीकार करे। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
वृहद जन समर्थन
धरने में झामुमो कार्यकर्ताओं, आदिवासी प्रतिनिधियों और आम नागरिकों की भारी भागीदारी रही। पार्टी ने ऐलान किया कि जब तक आदिवासी समाज को धार्मिक अधिकार नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा।