Bokaro: चिलचिलाती गर्मी में जानवरों और पक्षियों के विशेष देखभाल की जरुरत पड़ रही है। तापमान 41-42 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने के साथ, जवाहरलाल नेहरू जैविक (जेएनबी) पार्क, जिसे बोकारो चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है, यह सुनिश्चित करने में व्यस्त हैं कि जानवर कैसे सुरक्षित रहें।
जानवरों को गर्मी से निपटने के लिए अलग-अलग उपाय किये जा रहे है। दरियाई घोड़े को बी-कॉम्प्लेक्स दिया जा रहा है, तो भालू अपने बाड़े के अंदर पानी भरे पूल में तैर रहा है। कर्मचारी जानवरों के आराम के लिए उनके बाड़ों के कंक्रीट फर्श पर पानी डाल कर धो रहे हैं। बता दें, चिड़ियाघर का स्वामित्व और रखरखाव बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा किया जाता है।
बीएसएल में संचार प्रमुख मणिकांत धान के अनुसार, गर्मी के दिनों में जानवरों की भूख कम हो जाती है, इसलिए उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए बी-कॉम्प्लेक्स मिश्रित भोजन देना आवश्यक होता है। चिड़ियाघर के कर्मचारी पानी में ग्लूकोज भी मिला रहे हैं, जिसे जानवरों को परोसा जा रहा है।
धान ने कहा कि भालू और बंदर सहित अन्य जानवरों को उनके नियमित आहार के अलावा खीरे और तरबूज खिलाए जा रहे हैं। इससे उन्हें गर्मी के तनाव को दूर करने में मदद मिलती है। पक्षियों को अतिरिक्त सुरक्षा देने के लिए चिड़ियाघर के स्टाफ ने एवियरी की छतों पर पुआल और ताड़ के पत्ते बिछाये है।
सुबह-सुबह जानवरो को भोजन परोसा जा रहा है और उनके आहार में अधिक रसीले खाद्य पदार्थ शामिल किए जा रहे हैं। जानवरो को आवश्यकतानुसार विटामिन सप्लीमेंट व ग्लूकोज दिया जा रहा है। मणिकांत धान ने कहा कि पशुओं को सीधे धूप से बचाने के लिए बाड़े में शेड की व्यवस्था की गई है और गर्मी से अतिरिक्त राहत देने के लिए पंखे भी लगाए गए हैं।