Bokaro: यूं तो कहने के लिए बारी-कोऑपरेटिव इलाके में बिजली का सब-स्टेशन है, पर यहां के लोग बिजली की समस्या से सबसे ज्यादा परेशान है। हर दिन कई -कई घंटे बिजली नदारद रहती है। बारी-कोऑपरेटिव के लोगों ने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से मिलकर बिजली की समस्या को खत्म करने की गुजारिश की है, पर कुछ नहीं हुआ। बिजली कटौती जारी है। यहां के लोग बिजली समस्या को लेकर आक्रोशित है और आवाज़ उठाने लगे है।
बारी-कोऑपरेटिव के निवासी, एस तिवारी ने कहा कि पिछले लगभग दो महीना से यहां की बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। बिजली जाती ज्यादा है आती कम है। सभी लोग बहुत ही ज्यादा परेशान हैं। ऐसा पहले नहीं था। पहले बिजली बहुत कम जाती थी। पर अब 24 घंटे में मात्र 7 -8 घंटे ही बिजली रहती है। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रहीं है। वर्क फ्रॉम होम से कार्य करने वाले अधिकांश लोगों का भी बुरा हाल है। यहां रहने वाले सोनू सिंह बताते है की लोगों का व्यापार भी बाधित हो रहा है। रात में पूरा बारी को – ऑपरेटिव अंधेरा में डुबा रहता है। पानी की समस्या से जूझना अलग पड़ता है। यहाँ तक की इन्वर्टर बैटरी मी चार्ज नहीं हो पाता है।
बारी सहकारी गृह निर्माण समिति लि ० तेतुलिया के अध्यक्ष, जेएन सिंह ने कहा कि यहां आये दिन बिजली की आपूर्ति बाधित रह रही है। उन्होंने बताया कि जब बारी-कोऑपरेटिव सोसायटी द्वारा सब-स्टेशन हेतू जमीन उपलब्ध करायी गई थी, उस वक्त बिजली विभाग द्वारा एग्रीमेंट मे सहमति बनी थी कि बारी-कोऑपरेटिव हेतू एक स्पेशल फीडर की व्यवस्था होगी, जिसके द्वारा निरन्तर बिजली की आपूर्ति होगी। परन्तु आश्चर्य है कि विभाग हमें बिजली न देकर हमारे फीडर से दूसरे एरिया मे बिजली आपूर्ति कर रहा है। यह एग्रीमेंट का उल्लंघन है।
बिजली कटने का कारण –
बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार डीवीसी द्वारा किये जा रहे बिजली कटौती के कारण यह समस्या हो रही है। हर दिन अलग-अलग समय में लगभग 9 घंटे डीवीसी ही बिजली काट रहा है। काटने के बाद जब-जब डीवीसी द्वारा बिजली दी जाती है, तब एक-एक कर के हर इलाके को लाइटअप किया जाता है।
डीवीसी द्वारा हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो और चतरा में बिजली की आपूर्ति करता है। राज्य में डीवीसी के कमांड एरिया में बिजली कटौती लगातार जारी है। डीवीसी प्रबंधन बकाया नहीं मिलने के कारण कटौती कर रहा है।