Bokaro: इस क्षेत्र के सबसे बड़े बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) का माहौल दिन-ब-दिन ख़राब होता जा रहा है. चिकित्सा व्यवस्था तो पहले से हाशिये पर है अब मरीज और उनके अटेंडेंट दलालो और ठगो का निशाना बन रहे है. बेहतर इलाज व सुविधाओं के नाम पर दलाल मरीजों एवं उनके परिजनों से ठगी कर रहे है. ऐसी ही एक ठगी की घटना शनिवार को सामने आई. पीड़ित ने सेक्टर-4 थाना में शिकायत दर्ज़ की है. (वीडियो नीचे देखें)
बीजीएच में क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती बाली देवी के परिजनों से बेहतर इलाज का झांसा देकर अज्ञात बदमाश ने 20 हजार रुपये ठग लिए. पीड़ा इस बात की है, इस गरीब परिवार के साथ ठगी की घटना उस वक़्त घटी जब महिला सीसीयू में जिंदगी और मौत से लड़ रही है. उसके नवजात शिशु की मृत्यु हो चुकी थी. गरीबी में एक-एक पाई बटोर कर अस्पताल का खर्च पूरा किया जा रहा है.
ऐसे बुरे वक़्त में इस गरीब परिवार द्वारा इलाज के लिए जुटाए गए 20,000 रूपये का ठगी हो जाना, यह दर्शा रहा है की अस्पताल में स्तिथि कितनी भयावह है. माहौल ऐसा है की कोई भी अनजान व्यक्ति बेहतर इलाज का जुगाड़ लगाने के लिए रूपये मांगता है और मरीज के अटेंडेंट दे देते है. शायद लोग, अस्पताल में सामान्य रूप से हो रहे इलाज से संतुष्ट नहीं है. इस भरोसे में की कुछ रूपये खर्च करके उसी वार्ड में, उसी बेड में, उसी डॉक्टर और नर्स से उनके मरीज का बेहतर इलाज हो जायेगा आसानी से दलालो और ठगो के झांसे में आ जा रहे है. Video News:
बताया जा रहा है कि पहले भी दलाल अस्पताल में एक्टिव थे पर उनका ध्येय वहां आये मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में भेजना रहता था. पर अब सीधे-सीधे बीजीएच में ही बेहतर इलाज करवाने का झांसा देकर रूपये ठग लेने का मामला वाकई चिंता का विषय है. उससे बड़ी बात यह है की उक्त घटना के छानबीन करने जब पुलिस बीजीएच पहुंची तो पाया की वहां लगे सीसीटीवी कैमरा ख़राब है. जिस कारण आरोपी की पहचान करने में पुलिस को परशानी हो रही है.
पीड़ित परिवार हजारीबाग के विष्णुगढ़ का रहने वाला हैं. पीड़ित दिनेश गंझू ने कहा कि, ‘मेरी पत्नी बाली देवी की डिलीवरी हजारीबाग के एक अस्पताल में हुई. डिलीवरी के बाद मां और बच्चे दोनों की हालत बिगड़ने लगी. इसलिए शुक्रवार को उन दोनों को बीजीएच में लाकर भर्ती कराया गया. चूंकि मेरी पत्नी की हालत बहुत गंभीर थी, इसलिए उसे क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती किया गया. इस बीच, डॉक्टरों से मिलने की कोशिश कर रहा था”.
गंझू ने कहा कि उस वक़्त एक आदमी ने उनसे अस्पताल परिसर में मुलाकात की और पत्नी को बचाने और बेहतर इलाज के लिए 20 हजार रुपये की मांग की. बेहतर देखभाल और इलाज के लिए उसकी मां ने उसे पैसे दे दिए. पैसे लेने के बाद, वह व्यक्ति ने उससे कहा कि वह जा रहा है और कुछ समय में डॉक्टर से बात करके आएगा, लेकिन वह वापस नहीं आया। इस बीच नवजात की मौत हो गई।”
पत्नी की तबीयत भी बिगड़ने लगी, इस बीच गंजू ने उसे ढूंढा पर वह नहीं मिला। पुलिस के अनुसार पीड़ित बहुत गरीब है। उसने अपना बच्चा खो दिया और अब उसका रुपया भी चला गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उस बदमाश को पकड़ने के लिए प्रयास जारी है.
बता दें, बीजीएच, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) द्वारा चलाया जाता है। बीएसएल के प्रवक्ता मणिकांत धान ने कहा कि जानकारी मिलने के बाद बीजीएच प्रबंधन इस मामले को संजीदगी से देख रहा है।
कुछ भी लिखूं,, ऐसा सोच कर ही शर्म आ रहा है,,जो BGH,, बोकारो की प्रतिष्ठा होता था,,वह अब क्या बन गया है,, शर्मनाक,, बेहद शर्मनाक,, लेकिन अब किसी को शर्म आती नहीं है और हया ,दया, मानवता मर चुकी है,,शर्म करें बोकारो प्रबंधन एवं बीजीएच प्रशासन,,,शर्म तो संवैधानिक शब्द है न?? मैंने वर्षों बाद जनहित, बोकारो के हीत ,,बीजीएच के हीत,सेल के हीत, मरीजों के हीत में BGH के गेट पर अपने सैकड़ों लोगों NCP प्रदेश उपाध्यक्ष के नाते जोरदार प्रदर्शन किया था और BGH डायरेक्टर महोदय डा०शर्मा जी के साथ NCP का शिष्टमंडल बीजीएच में आमूलचूल परिवर्तन एवं सुविधाएं बहाल करने हेतु एक ज्ञापन भी सौंपा था,, परन्तु प्रबंधन तो मदमस्त हांथी है,,मौनसुन सत्र में बोकारो इस्पात एवं बीजीएच से सम्बंधित विविध विषयों को आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद तथा जानदार शानदार दमदार नेता शरद पवार साहब के संज्ञान में डालूंगा और संसद में विषय को उठाऊंगा,, क्योंकि आज तक वर्षों से अपने राजनैतिक सामाजिक जीवन में इमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया हूं और आगे भी करूंगा,, धन्यवाद। धर्मवीर सिंह केन्द्रीय अध्यक्ष राष्ट्र भक्त समाज बोकारो झारखंड, प्रदेश उपाध्यक्ष राष्ट्र वादी कांग्रेस पार्टी झारखंड NCP