Bokaro : ज़िले में बढ़ते कोरोना के मरीजों को देखते हुए प्रसाशन ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग के साथ-साथ पॉजिटिव मरीजों के अच्छी चिकित्सा व्यवस्था के लिए शुक्रवार को एक अहम निर्णय लिया है। 40 कमरे का एक विद्यालय भवन को कोविड केयर सेंटर के विकल्प के तौर पर तैयार किया जायेगा। इसके लिए जिला प्रसाशन ने बोकारो इस्पात संयंत्र के प्रबंधन से बात की है।
बोकारो स्टील प्लांट के द्वारा उपायुक्त राजेश सिंह को आश्वासन दिया गया है कि कोविड केयर सेंटर के लिए विकल्प के तौर पर 40 कमरे का एक विद्यालय भवन जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएगा। कोविड-19 से निपटना प्रशासन का प्रमुख लक्ष्य है। सिविल सर्जन ए के पाठक ने बताया की हमलोग एएनएम कोवीड केयर सेंटर, कैंप-2 के अधिकतर बेड के साथ-साथ जैनामोड़ और बेरमो में भी 25 – 25 बेड ऑक्सीजन रखेंगे।

बता दे की अभी तक बोकारो में बीजीएच एकमात्र ही ऐसा अस्पताल है जहा कोरोना के मरीजों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था है। बढ़ते पॉजिटिव मरीजों की संख्या से बीजीएच पर बोझ बढ़ा है। नॉन-बीएसएल कोरोना के मरीजों के लिए डायरेक्ट भर्ती पर बीजीएच ने रोक लगा दी है। अब वह सिर्फ सीरियस प्राइवेट कोरोना के पेशेंट को एडमिट ले रहे है वह भी सदर अस्पताल के रेफेर करने के बाद।
बोकारो में लगभग 70 प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम है। इस कोरोनाकाल में अधिकतर संचालित है, पर कोरोना के मरीजों का इलाज नहीं कर रहे है। जिला स्वास्थ विभाग के कई बार कहने के बावजूद अभी तक कोई भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना मरीजों के इलाज करने के लिए सामने नहीं आया है।
