Bokaro : जल जीवन मिशन के तहत मार्च 2024 तक जिले के सभी ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य रखा गया है। उपायुक्त राजेश सिंह ने गुरुवार को कहा कि जल जीवन मिशन के उद्देश्यों को सफल करने हेतु तीन चरणों में कार्य किया जाना है। पहला योजना निर्माण, दूसरा संचालन एवं तीसरा संचालन के क्रम में और क्या क्या प्रक्रिया अपनाई जाए ताकि योजना का सफल संचालन किया जाए। साथ ही हम सभी को यह भी ध्यान रखना होगा कि यह योजना सिर्फ 5 वर्षों के लिए नहीं बल्कि योजना का लक्ष्य लंबे समय तक लोगों को लाभ पहुंचाना है।
उपायुक्त ने बताया की इसके लिए विभाग द्वारा मनरेगा, 15 वे वित्त आयोग सहित अन्य योजनाओं को संलग्न कर विशेष योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एक बार जब सभी परिवारों को नल से जल उपलब्ध हो जाएगा, तो जल संचयन पर भी ध्यान दिया जायेगा। क्योंकि हम सभी जानते हैं कि जल को संचय किये बिना हम लंबे समय तक लोगों को लाभ नहीं दे पाएंगे। इसके लिए उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से जल जीवन मिशन के उद्देश्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं सभी को अपने घर में सोख्ता निर्माण कराने तथा वर्षा जल को संचय करने पर बल दिया।

उपायुक्त ने कहा कि जिले में 295000 लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 50993 घरों को नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराया जा चुका है, शेष परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराने हेतु तीव्र गति से कार्य किया जा रहा है। जल्द ही सभी तक नल से जल पहुंचाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिला प्रशासन द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के माध्यम से पुनः बोकारो जिले के विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे कराया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है की एक भी परिवार इस योजना से वंचित ना रहे। लेकिन योजना का लाभ लंबे समय तक लोगों को मिले इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि लोगों की इस योजना में भागीदारी हो।
इसके लिए प्रत्येक कनेक्शन मासिक किराया निर्धारित किया जाय। जिससे अगर भविष्य में कभी किसी भी जलापूर्ति योजना में कुछ खराबी आएगी तो तुरंत उसकी मरम्मती कर लोगों को लाभ दिया जा सके।
अधीक्षण अभियंता पेयजल स्वच्छता प्रमंडल हजारीबाग रघुनंदन शर्मा ने जल जीवन मिशन कार्यशाला में बताया कि मिशन के तहत मार्च 2024 तक जिले के सभी ग्रामीण परिवारों को जल नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसके लिए जल संयोजन के लिए ₹310 एवं मासिक किराया ₹62 जल कनेक्शन लेने का प्रावधान है।
