Bokaro: अपने बेहतरीन शैक्षणिक माहौल और स्कूलों के लिए चर्चित झारखण्ड के शहर बोकारो (Bokaro) के नौ स्कूलों की मान्यता सीबीएसई (CBSE) ने रद्द कर दी। यह सभी स्कूल सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) द्वारा संचालित थे और कई सालो से बंद थे। इनमें से कई स्कूलों में बिल्डिंग खंडहर हो चुकी है।
Follow: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
42 स्कूल चलते थे, अब रह गए 8
पिछले दो दशकों में बोकारो में बीएसएल द्वारा संचालित कई स्कूल बंद हुए है। बच्चो के आभाव में बीएसएल (BSL) ने अपने टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में स्तिथ स्कूलों को या तो मर्ज कर दिया है या फिर बंद कर दिया है। 2001 तक बोकारो टाउनशिप में बीएसएल के 42 स्कूल चलते थे। जो अब 2023 में घटकर 8 रह गए है। बाकी 34 स्कूल बंद कर दिए गए।
बीएसएल के अनुसार सीबीएसई (CBSE) ने जिन सात स्कूलों की मान्यता रद्द की है वह इन्ही 34 स्कूल में से है। बीएसएल के और दूसरे स्कूल झारखण्ड बोर्ड के थे। इनमें से कुछ स्कूलों के बिल्डिंगो में ट्रेनिंग सेंटर चलाये जा रहे है। पर अधिकतर बंद पड़े है। बीएसएल के अधिकतर स्कूल पूर्व एचआरडी के जनरल मैनेजर बी मुखोपाध्याय के कार्यकाल में बंद हुआ था।
लूट रही बंद स्कूलों की बिल्डिंग
बीएसएल (BSL) के बंद पड़े स्कूलों में से अधिकतर की बिल्डिंग खंडहर हो रही है। चोरो ने दरवाजे, खिड़की, पंखा, डेस्क यहां तक की दीवारों के ईंटों और बिजली के तारो को भी नहीं छोड़ा। सेल-बीएसएल की हज़ार करोड़ की प्रॉपर्टी ऐसी ही पड़ी है, लूट रही है, पर प्रबंधन के पास न तो कोई विज़न है और न ही दिलचस्पी। शहर के हो रहे ऐसे बुरे हाल के लिए यहां के लोग बीएसएल प्रबंधन को कोस रहे है।
दुर्दशा देखकर दुखी होते है पूर्व छात्र
बंद स्कूलों के पूर्व छात्र खंडहर हो रहे अपने स्कूलो की दुर्दशा देखकर दुखी होते है। बता दें, बोकारो के बेहतरीन शैक्षणिक व्यवस्था के कारण बोकारो के छात्र विश्व के कोने-कोने में है और उचाईयों को छू रहे है। उनमे कई अच्छे पदवी पर आसीन है। उनका अपने शहर, अपने परिवार, अपने दोस्तों से लगाव है। पर जब कभी अपने स्कूल के हालत के बारे में सुनते है, देखते है या चर्चा होती है तो वह दुखी हो जाते है।
बीएसएल प्रबंधन ने स्कूल तो बंद किये पर उस इंफ्रास्ट्रक्चर के बेहतर इस्तेमाल को लेकर कुछ नहीं सोचा। कंपनी के पैसे और राष्ट्र की धरोहर ऐसी ही पड़ी बर्बाद हो रही है। कैयो का कहना है कि इनमें अगर अच्छे कॉलेज खुल जाते तो बोकारो झारखण्ड में नंबर 1 होता।
CBSE ने झारखण्ड के 17 स्कूलों की मान्यता रद्द की
बताया जा रहा कि सीबीएसई ने झारखंड के 17 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है. इसमें सबसे अधिक बोकारों के नौ स्कूल हैं. सूची में रांची के भी दो स्कूल हैं. जिन स्कूलों की मान्यता रद्द की गयी है, उसकी जिलावार सूची सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड की गयी है. सीबीएसई के बायलॉज पूरा नहीं करने का कारण इन स्कूलों की मान्यता रद्द की गयी है.
बोकारो के इन स्कूलों की मान्यता हुई रद्द
बोकारो इस्पात विद्यालय (Bokaro Ispat Vidyalaya), सेक्टर 4-ए, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 9-सी, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 8-सी, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 2-ए, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 6-ए, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 8-डी, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 9-डी, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 2-डी, बोकारो इस्पात विद्यालय, सेक्टर 3-डी