Bokaro: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की एक टीम ने महाप्रबंधक, ईस्टर्न जोन, जी जी थारक्कन के नेतृत्व में गुरुवार को बोकारो हवाई अड्डे (Bokaro Airport) के चल रहे विस्तार कार्य का निरीक्षण किया। टीम ने पाया की हवाई अड्डे के सभी काम लगभग पुरे हो गए है, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से मिलने वाले एयरोड्रम लाइसेंस के अभाव में उड़ान संचालन में देरी हो रही है। AAI द्वारा स्थापित टर्मिनल बिल्डिंग और अन्य बुनियादी ढांचे संचालन के अभाव में अपनी चमक खो रहे है, जिसे देखकर टीम चिंतित हुई।
बीएसएल के DIc चाहते है उड़ान चालू हो, पर उनके अधिकारी कर रहे मिसगाइड, सुनिए AAI के इंस्पेक्शन के दौरान मुँह से निकला सच …देखिये Video:
जीएम जी .जी थारक्कन के साथ, संयुक्त महाप्रबंधक, अशोक विश्वास, वरिष्ठ प्रबंधक, विनय प्रकाश, प्रबंधक (सिविल), प्रिया कुमारी, सनी और अन्य अधिकारी बोकारो हवाई अड्डे के रनवे, नवनिर्मित टर्मिनल बिल्डिंग, एटीएस, फायर स्टेशन और अन्य बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया। टीम के साथ बोकारो विधायक बिरंची नारायण भी थे। शुक्रवार को एएआई के जीएम बीएसएल (BSL) के डायरेक्टर इंचार्ज से मिलेंगे।
कोलकाता के इंजीनियरिंग डिवीजन के जीएम, थारक्कन आज सुबह बोकारो एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘हवाईअड्डे में इंजीनियरिंग से जुड़े सभी काम पूरे कर लिए गए हैं। दिसंबर तक उड़ान सेवा शुरू करने के लिए डीजीसीए से लाइसेंस भी मिलने की उम्मीद है”।जीएम ने कहा कि स्पाइसजेट ने बोकारो हवाईअड्डे से उड़ान सेवा शुरू करने की सहमति दे दी है। यहां से उड़ान सेवा शुरू करने में कोई समस्या नहीं है, केवल हम यहां उड़ान सेवाओं को औपचारिक रूप से शुरू करने के लिए डीजीसीए से लाइसेंस की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
जो पेड़ बाधा बन रहे हैं उन्हें भी जल्द ही काटा जाएगा। सेल और एएआई के बीच जो एमओयू 2021 में समाप्त हो गया था, उस पर भी जल्द ही फिर से हस्ताक्षर किए जाएंगे। उड़ान सेवाएं शुरू करने में एमओयू रोड़ा नहीं बनेगा। एएआई मुख्यालय इस पर काम कर रहा है।
वहीं बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि आज जिस तरह से निरीक्षण हुआ उससे बोकारो की जनता में उम्मीद जगी है। बोकारो हवाई अड्डे के उद्घाटन की तारीख तय करने का अनुरोध करने के लिए मैं केंद्रीय उड्डयन मंत्री से मिलने दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली जा रहा हूं।
विधायक ने यह भी कहा कि चूँकि बोकारो एयरपोर्ट बीएसएल का है इसलिए उसी को लाइसेंस लेना है। उड़ान संचालन में हो रही देरी के लिए कोरोना के साथ-साथ बीएसएल भी कुछ हद तक जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश बोकारो एयरपोर्ट के विकास को लेकर पॉजिटिव है, पर उनके निचे के अधिकारी उनको मिस गाइड करते है। उन अधिकारियो को इस शहर से कोई मतलब नहीं है। वह एक-दो साल में रिटायर होकर अपने शहर चले जायेंगे। इन बातों को डायरेक्टर इंचार्ज को समझना होगा।
बोकारो हवाई अड्डे (Bokaro Airport) का स्वामित्व और रखरखाव बीएसएल द्वारा किया जाता है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है। डीजीसीए (DGCA) एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए नोडल एजेंसी है। लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन बीएसएल द्वारा जमा किया गया है। जमा आवेदन के आधार पर मांगे गए क्लैरिफिकेशन का जवाब भेजने में बीएसएल और एएआई की ओर से काफी विलंभ हुआ है। जो लाइसेंस मिलने में हो रहे विलंभ का बहुत बड़ा कारण है।
बताया है रहा है बोकारो एयरपोर्ट का रनवे एटीआर-72 विमान के लिए पर्याप्त है। इस साल जुलाई में देवघर का उद्घाटन किया गया था, जिसकी नींव 2018 में बोकारो हवाई अड्डे से तीन महीने पहले रखी गई थी। हालाँकि, देवघर हवाई अड्डे ने जुलाई में अपना परिचालन शुरू कर दिया था, बोकारो हवाई अड्डे के विस्तार परियोजना को हरी झंडी का इंतजार है।