Bokaro: विधानसभा चुनाव के दौरान तीखे राजनीतिक हमलों और योजनाओं की घोषणाओं के बीच प्याज की आसमान छूती कीमतें लोगों के लिए नई चिंता का विषय बन गई हैं। खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 30-40 रुपये प्रति किलोग्राम से दोगुनी बढ़कर 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
अचानक आई इस तेजी ने घरेलू बजट को हिला कर रख दिया है, जिससे उपभोक्ताओं के बीच नाराजगी बढ़ रही है। 20 नवंबर को बोकारो में होने वाले चुनाव के दौरान महंगा प्याज लगातार चर्चा का केंद्र बन रहा है। महंगाई के इस मुद्दे ने आम लोगों के जीवन को सीधे तौर पर प्रभावित किया है। उपभोक्ता अपने घरेलू खर्चों को संतुलित करने में संघर्ष कर रहे हैं।
व्यापारियों के अनुसार, कीमतों में इस उछाल का मुख्य कारण आपूर्ति में कमी है। दुंदीबाग सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता संतोष कुमार का कहना है, “थोक विक्रेताओं ने दाम बढ़ा दिए हैं, जिससे खुदरा बाजार में भी कीमतें बढ़ गई हैं। अब लोग एक किलो प्याज के बजाय आधा किलो खरीद रहे हैं और सरकार को कोसते हुए लौट रहे हैं।”
सेक्टर 5 हटिया में सब्जी खरीदने आई एक गृहिणी ने कहा, “प्याज के बिना खाना बनाना मुश्किल है, लेकिन मौजूदा दाम हमारे बजट के बाहर हैं।” वहीं, सेक्टर 9 हटिया के विक्रेता मनोरंजन कुमार का कहना है कि ग्राहक अब सस्ते विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे बिक्री में गिरावट आई है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x