बोकारो में जन्मे सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल जय प्रकाश कुमार को साहसिक कार्य के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार 2020’ से सम्मानित किया जाएगा। वह 13 नवंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पुरस्कार प्राप्त करेंगे। इस पुरस्कार को खेल के क्षेत्र में दिए गए अर्जुन पुरस्कार के बराबर माना जाता है।वर्तमान में 41 वर्षीय जय प्रकाश कुमार लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में तैनात है। उन्होंने दो साल पहले माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की सात सदस्यीय टीम का नेतृत्व भी किया था। कुमार ने अपनी 13 साल की पर्वतारोहण यात्रा में माउंट एवरेस्ट सहित विभिन्न पर्वत श्रृंखलाओं की 38 से अधिक पर्वत चोटियों पर चढ़े है। इसका श्रेय वह अपने माता-पिता, शिक्षकों, सीनियर्स और दोस्तों को देते है।
2009 में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में अपनी पोस्टिंग के दौरान उनकी पर्वतारोहण में रुचि विकसित हुई। जिसके बाद उन्होंने कुल छह महीने का प्रशिक्षण लिया। कुमार ने 16 मई, 2019 को माउंट एवरेस्ट फतह किया। कुमार बोकारो के फुसरो के रहनेवाले है।
तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार , पूर्व के रूप में जाना राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार के उच्चतम साहसिक खेल सम्मान की बात है भारत गणराज्य । इस पुरस्कार का नाम तेनजिंग नोर्गे के नाम पर रखा गया है , जो 1953 में एडमंड हिलेरी के साथ माउंट एवरेस्ट के शिखर पर पहुंचने वाले पहले दो व्यक्तियों में से एक थे । यह युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
प्राप्तकर्ताओं को पिछले तीन वर्षों में “भूमि, समुद्र और वायु पर साहसिक गतिविधियों के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि” के लिए सम्मानित किया जाता है। लाइफटाइम अचीवमेंट उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है और साहसिक खेलों के प्रचार में खुद को समर्पित किया है। 2020 तक , इस पुरस्कार में ” तेनजिंग नोर्गे की एक कांस्य प्रतिमा के साथ-साथ ₹ 5 लाख (US$7,000) का नकद पुरस्कार शामिल है।”