Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुधवार को सिटी सेंटर में दूसरे दिन अतिक्रमण विरोधी अभियान नहीं चलाया। अभियान को चुपचाप “फेंसिंग करो अभियान” में बदल दिया गया। लोगों में चर्चा रही कि टीम बैकफुट पर आ गई है, इसलिए बुधवार को JCB नहीं उतारी गई। टीम केवल खाली कराई गई भूमि पर पिलर गाड़ती नजर आई।
पहले दिन तीन दर्जन दुकानों पर चली थी कार्रवाई
बीएसएल ने कुछ दिन पहले सिटी सेंटर में अवैध कब्जा हटाने को लेकर एसडीएम चास को पत्र भेजा था। एसडीएम ने 2 दिसंबर से तीन दिन के अभियान की अनुमति देते हुए मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात किया था। 2 दिसंबर को संयुक्त टीम ने तीन दर्जन से अधिक गुमटियां और अवैध दुकानें तोड़ दी थीं।

दुकानदारों में खलबली, फिर भी बुधवार को नहीं हुई कार्रवाई
अभियान के पहले दिन की कड़ी कार्रवाई के बाद दुकानदारों और कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया था। कई लोग स्वयं ही अपनी गुमटियां व सामान हटाने लगे थे। लेकिन बुधवार को अभियान न चलने से उनमें एक बार फिर बेस रहने की उम्मीद जाग गई।
सुबह दो JCB खड़ी थीं, मीटिंग के बाद बदला फैसला
सूत्रों के अनुसार बीएसएल प्रबंधन ने बुधवार को भी अतिक्रमण हटाने की तैयारी कर ली थी। सुबह नगर प्रशासन विभाग के बाहर दो JCB खड़ी थीं। इसी बीच तैनात मजिस्ट्रेट रोशन हेरांजे पहुंचे और बीएसएल के सीजीएम कुंदन कुमार समेत अधिकारियों के साथ बैठक हुई। मीटिंग के बाद निर्णय बदल गया और टीम को केवल फेंसिंग कराने का निर्देश दे दिया गया।
BSL और प्रशासन दोनों चुप, कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया
अतिक्रमण हटाओ अभियान दूसरे दिन क्यों रोका गया, इस पर न तो बीएसएल प्रबंधन और न ही जिला प्रशासन ने कोई स्पष्ट कारण बताया। बीएसएल अधिकारियों ने टिप्पणी करने से परहेज किया और केवल इतना कहा कि, “जिला प्रशासन का सहयोग मिलेगा तो अतिक्रमण हटेगा और अभियान जारी रहेगा। फिलहाल खाली कराई गई जमीन की फेंसिंग कराई जा रही है।”
उधर, एसडीएम चास प्रांजल ढांडा ने कहा कि जिला प्रशासन बीएसएल को पूरा सहयोग दे रहा है और दोबारा कब्जा रोकने के लिए फेंसिंग कराई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आगे भी अभियान जारी रहेगा।
एसपी बोकारो हविंदर सिंह ने भी बताया कि अभियान के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
एयरपोर्ट अभियान जैसा ही दोहराया परिदृश्य
यह दूसरी बार है जब संयुक्त टीम का अभियान दूसरे दिन रुक गया। इससे पहले बोकारो एयरपोर्ट परिसर में भी पहले दिन अस्थाई निर्माण हटाए गए थे, लेकिन दूसरे दिन मीट दुकानें नहीं हटाईं गईं। ठीक उसी तरह बुधवार को भी टीम मौके पर पहुंचकर बोली कि वे तोड़फोड़ नहीं, केवल फेंसिंग करने आए हैं।
2000 एकड़ जमीन पर कब्जा, BSL को करोड़ों का नुकसान
बीएसएल की करीब 2000 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे की बात सामने आती रही है। बिजली-पानी की चोरी से बीएसएल को हर साल 50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होता है। कोर्ट ने अवैध कब्जा हटाने का आदेश जारी किया है, जिसके आधार पर अभियान चलाया जाता है। लेकिन कार्रवाई के लिए बीएसएल को प्रशासनिक सहयोग पर निर्भर रहना पड़ता है।
अतिक्रमण से आम जनता भी परेशान
लगातार बढ़ते कब्जे और सुविधाओं में अनियमितता से आम लोग भी परेशान हैं। सोशल मीडिया में इस अतिक्रमण हटाओ अभियान के खबरों पर आमजन अपना समर्थन जाहिर कर रहे है। स्टील मंत्रालय और सेल ने भी इस मामले पर गंभीर रुख अपनाया है।

