Bokaro: मंगलवार को गोपनीय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) के तहत संचालित एवं प्रस्तावित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक किया। मौके पर डीएमएफटी प्रभारी प्रभाष दत्ता, जिला खनन पदाधिकारी रवि कुमार सिंह, पीएमयू के सदस्य सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि डीएमएफटी की एनुअल एक्शन प्लान (वार्षिक कार्य योजना) शीघ्र तैयार की जाए ताकि खनन प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, कौशल विकास एवं बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं का त्वरित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि कार्य योजना जमीनी आवश्यकताओं पर आधारित होनी चाहिए और इसका लाभ प्रत्यक्ष रूप से समुदाय को मिलना चाहिए।
पूर्व स्वीकृत योजनाओं की करें सतत निगरानी
बैठक में उपायुक्त ने यह स्पष्ट किया कि पूर्व में स्वीकृत योजनाओं की नियमित प्रगति की समीक्षा एवं भौतिक जांच सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक योजना की अद्यतन स्थिति, क्रियान्वयन में आ रही समस्याएं और समाधान के प्रस्ताव के साथ प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप हो योजना निर्माण
उपायुक्त ने कहा कि डीएमएफटी योजनाओं का मूल उद्देश्य खनन से प्रभावित समुदायों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। ऐसे में योजनाओं के चयन में स्थानीय जनसंख्या की जरूरतों, सुझावों और प्राथमिकताओं को समुचित स्थान मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही को प्राथमिकता दी जाए।
अंतिम रूप देने से पूर्व हितधारकों से भी लें सुझाव
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि वार्षिक कार्य योजना को अंतिम रूप देने से पूर्व संबंधित विभाग एवं हितधारकों से परामर्श लेकर योजनाओं का समावेश करें। उपायुक्त ने सभी विभागीय पदाधिकारियों से समन्वयात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की, ताकि जिले में डीएमएफटी फंड का अधिकतम उपयोग किया जा सके। बैठक में उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, डीएमएफटी प्रभारी प्रभाष दत्ता, डीएमओ रवि कुमार सिंह के साथ-साथ विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।