Bokaro: बोकारो ज़िले में कितने सरकारी चिकित्सक निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर सूची बनाई जाएगी और यथोचित कार्रवाई के लिए सरकार को लिखा जायेगा। यह आदेश पहले भी जिला स्वास्थ विभाग को दिया गया था पर उसका पालन नहीं हुआ। इसको लेकर जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो को वरिये अधिकारियो और जनप्रतिनिधियों के नाराजगी का सामना करना पड़ा।
धनबाद सांसद पीएन सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में स्वास्थ्य विभाग, डीवीसी, पशुपालन, बिजली व सड़क के मुद्दे छाए रहे। इस दौरान जिले के सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद सबसे अधिक निशाने पर रहे। उनसे समिति के निर्देशों का अनुपालन नहीं करने को लेकर कारणपृच्छा (शोकाज) करने का निर्देश दिया गया।
सिविल सर्जन की रिपोर्ट से बेरमो विधायक कुमार जयमंगल, गोमिया विधायक डा. लंबोदर महतो तो नाराज थे ही, उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने भी कड़ी फटकार लगाई।
डीसी ने यहां तक कह दिया कि आपके जिले में होने या नहीं होने का कोई मतलब ही नहीं है। चिकित्सक की बहाली हमें करनी है, पैसा हमें देने हैं और चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर भी हमें ही तैयार करना पड़े, यह अत्यंत खराब स्थिति हैं।
विदित हो कि गत वर्ष हुई दिशा की बैठक में निर्णय लिया गया था कि जो भी चिकित्सक निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर सूची बनाई जाए एवं यथोचित कार्रवाई के लिए सरकार को लिखा जाए। इस पर सिविल सर्जन ने संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संबंधित एसडीएम को साथ लेकर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दे दिया। इस दौरान एसडीएम ने समय नहीं दिया और जांच नहीं हुई।
Source: Bokaro Jagran