Bokaro: शहर में नौकरी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे विस्थापित युवाओं को अब बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन एक नया रास्ता दिखा रहा है। बीएसएल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि संयंत्र में सीधी नियुक्ति संभव नहीं है, लेकिन युवाओं को रोजगार योग्य बनाने के लिए प्रबंधन ने एक बड़ा कदम उठाया है। बुधवार को बीएसएल ने घोषणा की कि वह विस्थापित युवाओं को बैंक, एसएससी, रेलवे और अन्य सरकारी सेवाओं सहित प्रतिष्ठित निजी संस्थानों में रोजगार प्राप्ति के लिए नि:शुल्क कोचिंग प्रदान करेगा।
CSR के तहत नई दिशा
बीएसएल के चीफ ऑफ कम्युनिकेशन मणिकांत धान ने बताया कि यह पहल बीएसएल के कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत शुरू की गई है। इसके लिए महेन्द्रा एजुकेशन प्रा. लि. के साथ समझौता किया गया है। अब तक तीन बैचों में 100 विद्यार्थियों का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है, जिनमें 24 महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं। आने वाले समय में और बैच शुरू किए जाएंगे।
छह महीने की नि:शुल्क कोचिंग
कोचिंग छह माह की अवधि की होगी, जिसमें छात्रों को निःशुल्क अध्ययन सामग्री, वाई-फाई युक्त आधुनिक कक्षाएं, नियमित मॉक टेस्ट और मेंटॉरशिप सपोर्ट दी जाएगी। कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में चलेंगी।
आत्मनिर्भरता की ओर कदम
बीएसएल का यह प्रयास युवाओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल से परिधीय क्षेत्रों के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने और एक उज्ज्वल भविष्य गढ़ने में मदद मिलेगी। इच्छुक विद्यार्थी नामांकन से संबंधित जानकारी के लिए बीएसएल के सीएसआर विभाग या महेन्द्रा एजुकेशन की स्थानीय शाखा से संपर्क कर सकते हैं।

