Bokaro: जिले में लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। जहां श्रद्धालु पूरी आस्था और श्रद्धा से भगवान भास्कर की उपासना की तैयारी में जुटे हैं, वहीं प्रशासन ने सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि हर श्रद्धालु जो विश्वास के साथ घाटों पर पहुंचता है, उसकी सुरक्षा प्रशासन की जिम्मेदारी है।

घाटों पर सुरक्षा चैन और बांस-बल्ला से बनेगी सुरक्षा परिधि
डीसी ने निर्देश दिया है कि सभी छठ घाटों पर बांस–बल्ला और रस्सियों से सुरक्षा चैन बनाई जाए ताकि कोई भी श्रद्धालु जल में अधिक गहराई तक न जा सके। उन्होंने कहा कि घाटों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे और प्रत्येक घाट पर नाव (बोट) और लाइफ जैकेट की अनिवार्य व्यवस्था की जाएगी।
किसी भी प्रकार की दुर्घटना रोकना प्रशासन की पहली जिम्मेदारी
उपायुक्त ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि छठ पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि “श्रद्धालु जिस विश्वास से घाटों पर आते हैं, उसे टूटने नहीं देना है। उनकी सुरक्षा और सुविधा प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।”
प्रशासनिक टीम कर रही लगातार निगरानी
डीसी ने बताया कि सभी छठ घाटों की लगातार निगरानी की जा रही है। टीम द्वारा सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई और प्रकाश व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी तरह की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
श्रद्धा और सुरक्षा का संतुलन बनाए रखना ही लक्ष्य
प्रशासन का मानना है कि छठ केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि जनभागीदारी का पर्व है, जिसमें सुरक्षा और श्रद्धा दोनों का समान महत्व है। उपायुक्त ने कहा कि “हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजा करें और छठ का पर्व बिना किसी बाधा के सम्पन्न हो।”
