Bokaro: झारखंड स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मंगलवार शाम बोकारो जिला प्रशासन की ओर से ‘रन फॉर झारखंड’ का शानदार आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम चास के गरगा चेकपोस्ट से शुरू होकर धर्मशाला मोड़ तक चला, जहां सैकड़ों प्रतिभागियों ने कदम से कदम मिलाकर राज्य की एकता, समरसता और विकास का संदेश दिया।
अधिकारियों, स्कूली बच्चों और नागरिकों की उत्साही भागीदारी
कार्यक्रम में उपायुक्त बोकारो अजय नाथ झा, उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, एसडीओ चास प्रांजल ढांडा सहित जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्कूली बच्चे, व्यापारी वर्ग, खिलाड़ी, नेहरू युवा केंद्र, चेंबर ऑफ कॉमर्स, एनसीसी, सिविल डिफेंस, समाज कल्याण विभाग के कर्मी और कई सामाजिक संस्थाओं के सदस्य शामिल हुए।
उपायुक्त बोले — “यह गौरव का वर्ष, संकल्प का अवसर”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा, “हम सब झारखंड के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह रजत जयंती वर्ष हमारे लिए गौरव का अवसर है। आगामी तीन दिनों तक स्थापना दिवस के कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी, और हम सब अगले एक वर्ष तक बोकारो के सर्वांगीण विकास के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लें।”
जन सहभागिता से तय होगी विकास की दिशा
उपायुक्त ने नागरिकों से जिले के विकास हेतु अपने सुझाव साझा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन जनता की प्राथमिकताओं को समझना चाहता है ताकि योजनाओं में उन्हें शामिल किया जा सके। लोगों से अपील की गई कि वे अपने सुझाव और आयोजन से जुड़ी सेल्फी या वीडियो सोशल मीडिया पर #JharkhandAt25, #RunForJharkhand, #InfiniteOpportunities, #JharkhandSeJohar, और #BokaroSeJohar टैग के साथ पोस्ट करें। ऐसा करने वाले प्रतिभागी ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी डाउनलोड कर सकते हैं।
नुक्कड़ नाटक और जागरूकता रथ बने आकर्षण का केंद्र
रन के दौरान नुक्कड़ नाटक टीमों ने एकता, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और विकास पर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। साथ ही, जागरूकता रथ ने शहरवासियों को राज्य के रजत जयंती वर्ष से जुड़ी जानकारी दी और विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
एकता, विकास और अवसरों के अनंत द्वार’ की गूंज
रन फॉर झारखंड में स्कूली छात्र-छात्राओं, युवाओं और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिले के प्रखंडों और पंचायतों में “झारखंड जोहार” की गूंज सुनाई दी। प्रतिभागियों ने झंडे, बैनर और स्लोगन के जरिए राज्य की एकता और प्रगति का संदेश फैलाया। अंत में, उपायुक्त ने प्रतीकात्मक रूप से प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर उन्हें सम्मानित किया।

