Bokaro: गुरुवार बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) प्रबंधन के लिए एक कठिन दिन साबित हुआ। दिन की शुरुआत संयंत्र के अंदर एक महत्वपूर्ण समस्या के साथ हुई। हॉट स्ट्रिप मिल (HSM) में केबल चोरी के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ, उसके बाद ठेका मजदूरों ने कोल्ड रोलिंग मिल‐3 में हड़ताल की, और विस्थापितों ने टाउनशिप के सेक्टर 4 में कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) के आवास का घेराव किया।
हॉट स्ट्रिप मिल उत्पादन पर केबल चोरी का असरबीएसएल (BSL) प्लांट में समस्या की शुरुआत हॉट स्ट्रिप मिल के मोटर रूम 9 में कंट्रोल केबल कटा हुआ मिलने से हुई, जिससे उत्पादन लगभग दो घंटे तक प्रभावित रहा। हालांकि, केबल को फिर से जोड़कर जल्दी ही उत्पादन बहाल कर लिया गया। बीएसएल प्रबंधन के अनुसार, केबल चोरी की आशंका को देखते हुए सीआईएसएफ पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
कोल्ड रोलिंग मिल 3 में ठेका मजदूरों की हड़ताल जैसे ही हॉट स्ट्रिप मिल की स्थिति सामान्य की गई, कोल्ड रोलिंग मिल 3 में एक और समस्या उभरी। MVS प्राइवेट कंपनी के ठेका मजदूरों ने काम ठप कर दिया और आये दिन मजदूरों को निकाले जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। ठेका मजदूरों ने सीजीएम (मुख्य महाप्रबंधक) दीपक राय के ऑफिस के बाहर कई घंटे तक हड़ताल की, जिससे मिल की कोयल पैकेजिंग लाइन का कार्य प्रभावित हुआ। Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
विस्थापित युवाओं का कार्यकारी निदेशक के आवास का घेराव
इन सभी मुद्दों के बीच, विस्थापित अपरेंटिस संघ के नेतृत्व में सैकड़ों विस्थापित युवाओं ने सेक्टर 4 स्थित राजन प्रसाद, कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) के आवास का घेराव किया। प्रदर्शनकारी सवेरे से करीब 12 घंटे से अधिक समय तक धरने पर बैठे रहे, और उनको आवास से बाहर नहीं निकलने दिया। स्थानीय प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शाम को धरना समाप्त हुआ। विस्थापितों ने बीएसएल को 15 दिनों का समय दिया है ताकि उनके मुद्दों का समाधान किया जा सके। Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
संघ के नेता का बयान
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सुनील कुमार ने बताया कि संघ का एक प्रतिनिधि मंडल कुछ दिनों पहले कार्यकारी निदेशक से मिलने गया था लेकिन वे उनसे नहीं मिलें। इसलिए उनसे मिलकर अपने मांगो को रखने वह लोग उनके घर के बाहर आ गए। “हमें मजबूरी में ED के आवास के बाहर प्रदर्शन करना पड़ा। हम बीएसएल द्वारा अप्रेंटिस के रूप में प्रशिक्षित किए गए थे लेकिन हमें नौकरी नहीं दी गई। 2016 से हम आंदोलनरत हैं, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सांसद, विधायक और जिला प्रशासन द्वारा किए गए मदद के प्रयासों को भी BSL प्रबंधन ने नजरअंदाज कर दिया। हमें मजबूरी में आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा हैं।” Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
BSL प्रबंधन का बयान
बोकारो विस्थापित अप्रेन्टिस संघ के साथ वार्ता के लिए बीएसएल का एच आर (आई आर) विभाग उनसे संपर्क करता रहा है. सीजीएम (एच आर) के स्तर से भी वार्ता की पहल की जाती रही है. दस घंटे से अधिक समय तक आवास में ED (HR) को घेराव कर बंधक बनाये रखना उचित नहीं है. इससे प्लांट सहित सभी काम प्रभावित हो रहे हैं, साथ ही आवास में रह रहे अन्य लोगों को भी बंधक बनाया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है. Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
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