Bokaro: बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक ने बोकारो स्टील प्लांट के कर्मचारियों, ठेका श्रमिकों और सेवानिवृत्त कर्मियों की समस्याओं को लेकर एडीएम बिल्डिंग के सामने विशाल जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। यूनियन के महामंत्री कॉमरेड रमाश्रय प्रसाद सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में कर्मचारियों के बीच निराशा का माहौल है। वे महसूस कर रहे हैं कि प्रबंधन की साजिशों का शिकार हो रहे हैं।
सिंह ने कहा कि 39 महीनों का लंबित एरियर, पर्क्स, और ग्रेच्युटी सीलिंग जैसे मुद्दों के कारण मजदूरों में असंतोष व्याप्त है। उन्होंने चेताया कि इस निराशाजनक स्थिति का उत्पादन और उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ठेका मजदूरों की नौकरी की गारंटी नहीं है और मिनिमम वेज मांगने पर कुशल मजदूरों को भी काम से हटा दिया जाता है।
यूनियन ने प्रबंधन को 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा जिसमें प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं – 39 महीनों के वेज रिवीजन का एरियर तुरंत भुगतान किया जाए। कर्मचारियों को पर्क्स पर बढ़े हुए इनकम टैक्स का 50% कंपनी वहन करे। अप्रैल 2020 से पर्क्स का एरियर भुगतान किया जाए। ग्रेच्युटी सीलिंग पर एकतरफा निर्णय वापस लिया जाए और पूर्व की तरह ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाए। 9% पेंशन की राशि 1 जनवरी 2017 से पेंशन मद में भुगतान की जाए। वित्तीय वर्ष 2022-23 का बोनस जल्द भुगतान किया जाए। सभी कर्मचारियों को वेज रिवीजन का दो अतिरिक्त इंक्रीमेंट दिया जाए। सभी ठेका मजदूरों को रात्रि पाली भत्ता, अन्य भत्ते, वार्षिक इंक्रीमेंट, और सामाजिक सुरक्षा की सुविधाएं दी जाएं।
यूनियन ने सभी ट्रेड यूनियनों से अपील की है कि मजदूर हित में एकजुट होकर आंदोलन जारी रखें ताकि लंबित मांगों को पूरा किया जा सके और ठेका मजदूरों के अधिकार सुरक्षित किए जा सकें।