Bokaro: शहर में बढ़ते अतिक्रमण ने हरियाली को भी लील लिया है. पिछले दो दशक में पेड़ों की संख्या बढ़ने की बजाय कम हुई है. अतिक्रमणकारियों ने जलावन के लिए काफी पेड़ों को काट डाला है. यह सिलसिला अभी भी जारी है. बीएसएल (BSL) प्रबंधन द्वारा हर साल मानसून के दौरान पेड़ लगाने की घोषणा और प्रयास फलीभूत होता नहीं दिख रहा है. पिछले कुछ सालों में बीएसएल प्रबंधन द्वारा लाखों रुपये खर्च कर विभिन्न सेक्टरों में ग्रीन बेड बनाने के नाम पर लगाए गए पौधे बढ़ने से पहले ही सूख गए. कटीले तारों से घेराबंदी कर लगाए गए सैकड़ों पौधे बढ़ ही नहीं पाए और मुरझा गए.
BSL के हॉर्टिकल्चर विभाग की चाल धीमी
सेक्टर 4 मस्जिद के दूसरी तरफ, सेक्टर 12 आदि कई जगहों पर बनाए गए ग्रीन बेड वाले मैदान खाली नजर आएंगे. पूरे शहर में हरियाली बनाए रखने की जिम्मेदारी संभालने वाला बीएसएल का हॉर्टिकल्चर विभाग बहुत धीमी गति से ही काम कर रहा है. न तो हॉर्टिकल्चर विभाग ने पिछले साल लगाए गए पौधों को बचाने की कोशिश की और न ही इस साल पेड़ लगाने को लेकर कोई उत्साह दिखा रहा है.
शहरवासियों की परेशानी, सिटी पार्क की नर्सरी बंद
शहर में बीएसएल की जमीन पर अतिक्रमण कर कई नर्सरियां खोली गई हैं, लेकिन हॉर्टिकल्चर विभाग द्वारा चलाई जा रही सिटी पार्क की नर्सरी, जहां से शहरवासी आसानी से पौधे प्राप्त कर सकते थे, बंद कर दी गई है। सिटी पार्क, जवाहरलाल नेहरू पार्क (बोकारो ज़ू), मजदुर मैदान और पावर सब स्टेशन के बीच का मैदान, क्रिकेट स्टेडियम के पीछे का मैदान जैसे कई ऐसे पॉकेट है, जहां पेड़ो की संख्या काफी कम हुई है। जिसपर बीएसएल आँख मूंदे हुए है।
पेड़ो का घनत्व हुआ कम
जनता पहले के हॉर्टिकल्चर विभाग की प्रभावी कार्यशैली को वर्तमान से तुलना कर कोस रही है। पिछले दो-तीन सालों में सेक्टरों में वनों का घनत्व कम हुआ है और पेड़ों की कटाई भी हुई है। बीएसएल द्वारा हर साल लाखो पेड़ लगाने की घोषणा होती है, पर उतने पेड़ कभी लगते नहीं। गरगा डैम के परिधियो को छोड़कर, शहर में बीतें कुछ वर्षो में कही भी उतने वृहद् स्तर पर पौधारोपण नहीं हुआ।
पौधे लगाने का काम नहीं किया शुरू
इस साल पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों को खुद ही पौधे लगाने के लिए जागरूक किया है। हालांकि अभी ज्यादा बारिश नहीं हुई है, लेकिन शहर के कई सामाजिक संगठन और लोग पौधे लगाने में जुट गए हैं। स्कूलों में बच्चों को भी पौधे लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। लेकिन बीएसएल के हॉर्टिकल्चर विभाग ने अभी तक पौधे लगाने का काम शुरू नहीं किया है।
बीएसएल (BSL) संचार प्रमुख मणिकांत धान का बयान
“इस वित्तीय वर्ष में एक लाख दस हजार पौधे लगाए जाएंगे। इनमें से दस हजार पौधे प्लांट के अंदर लगाए जाएंगे। पौधरोपण की तैयारियां चल रही हैं और सामान्य मानसून आने पर यह काम किया जाएगा। अभी तक बारिश बहुत कम हुई है।”