Bokaro: बोकारो में झारखंड राज्य विकास मंच (एन) द्वारा सोनाटांड़ कस्ती काली मंदिर प्रांगण में आयोजित बैठक में विस्थापितों के अधिकारों को लेकर फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता रंजीत पांडेय ने की, जबकि फूलचंद महतो और मुख्य अतिथि देवेंद्र महतो मौजूद रहे। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि विस्थापितों को न तो रोजगार मिला और न ही पुनर्वास व मुआवजा। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) चौथी श्रेणी की बहाली भी वर्षों से बंद है, जिससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है।

15 नवंबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन
बैठक में मंच के नेता फूलचंद महतो ने ऐलान करते हुए कहा कि नगर सेवा भवन से उन्होंने आंदोलन की शुरुआत कर दी है। आने वाले 15 नवंबर 2025 से अनिश्चितकाल तक बोकारो स्टील लिमिटेड (BSL) के खिलाफ लोहा रोको आंदोलन की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक विस्थापितों को नौकरी या जमीन वापस नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा।
संगठन हुआ मजबूत
बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि गांव-गांव से लोग तीर-धनुष लेकर आंदोलन में शामिल होंगे। वक्ताओं ने कहा कि 25 वर्षों से विस्थापित परिवार न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं और अब निर्णायक संघर्ष का समय आ गया है।
