बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड के चांदो गांव के 20 वर्षीय पीयूष पुष्प का निधन दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में एक विमान दुर्घटना में हो गया। यह दर्दनाक हादसा पायलट प्रशिक्षण के दौरान हुआ, जिसने पूरे चांदो गांव में मातम फैला दिया है।
पायलट बनने का सपना अधूरा रह गया
पीयूष दक्षिण अफ्रीका के वाल्कन एविएशन इंस्टीट्यूट (Vulcan Aviation Institute, Johannesburg) में पायलट ट्रेनिंग ले रहा था। बताया गया कि उड़ान प्रशिक्षण के दौरान विमान में अचानक तकनीकी खराबी आ गई, जिससे विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गंभीर रूप से घायल पीयूष को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

चांदो से जोहान्सबर्ग तक का सफर
मूल रूप से चांदो गांव निवासी पीयूष पुष्प रांची के अरगोड़ा कटहल मोड़, लाजपत नगर में अपने परिवार के साथ रहते थे। वे जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के छात्र रहे। उनके पिता, त्रिलोकी नाथ साहू, डीएवी श्यामली के सेवानिवृत्त गणित शिक्षक हैं, जबकि उनके दादा स्व. तालेश्वर नायक गांव के सम्मानित व्यक्तियों में से थे। परिवार का रांची और चांदो दोनों स्थानों से गहरा जुड़ाव रहा है।
उगता सितारा अधूरी उड़ान भर गया
परिवार के अनुसार, पीयूष मेधावी, अनुशासित और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित छात्र था। उसका सपना था भारत का नाम रोशन करने वाला पायलट बनना। पर यह सपना उसकी अंतिम उड़ान बन गया। गांववालों ने कहा कि पीयूष की मृत्यु से पूरे क्षेत्र ने एक उभरते सितारे को खो दिया है।
पार्थिव शरीर भारत लाया जाएगा
घटना की सूचना मिलते ही भारतीय दूतावास, जोहान्सबर्ग सक्रिय हो गया है। पीयूष का पार्थिव शरीर भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परिवार और मित्रों ने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि झारखंड के एक सपने की असमय मृत्यु है।
किस्मत ने आसमान में विलीन किया
चांदो गांव का बेटा आसमान छूने निकला था, लेकिन किस्मत ने उसी आसमान में उसे अपने आगोश में ले लिया।
