Bokaro: बोकारो स्टील ऑफिसर एसोसिएशन (BSOA) का चुनाव होने में 48 घंटे से भी कम समय रह गया है। प्रत्याशी पुरे ऊर्जा से भरे हुए है। वोटरों से वोट करने की अपील कर रहे है। इस बार, जनरल सेक्रेटरी पद पर टक्कर जोरदार है। प्रत्याशी एक से बढ़कर एक एजेंडा पर आमने-सामने है। इस पद पर लड़ाई कुल पांच प्रत्यशियों के बीच है। सभी अपने-अपने तरीके से चुनाव प्रचार में भिड़े हुए है।
सब यह जानते है की चुनाव के आखरी वक़्त ही खेल होता है। जो खेल कर गया वह खेल जीत गया। समय कम है इसलिए प्रत्याशी अधिक से अधिक अधिकारियों तक पहुंचने के लिए फ़ोन, एसएमएस, व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया साइट्स का सहारा ले रहे है। बता दें, बीएसएल के 1800 अधिकारी 5 दिसंबर को अपना नेता चुनने के लिए वोट करेंगे।
बताया जा रहा है कि जैसी टक्कर है, जनरल सेक्रेटरी पद के लिए जीत का मार्जिन अधिक नहीं होगा। वोट कटेगा भी और बटेगा भी। इस पद के पांच उम्मीदवारों में एक प्रत्याशी ने अपना तुरुप का एक्का चल दिया। नीरज कुमार, वरीय प्रबंधक-प्लांट डिज़ाइन, ने अंतिम समय में वोटरों का ध्यान खींचने के लिए टेक्नॉलजी का सहारा लिया है।
नीरज कुमार, अधिकारियों के बीच अपने अजेंडे को बताने के लिए अपने बनाये पोर्टल का लिंक ताबड़-तोड़ शेयर कर रहे है। इनकी यूनीक तरह की प्रचार टेक्नीक काफ़ी चर्चा में है। इनका कहना है कि उन्हें युवा अधिकारियों के साथ-साथ महिलाओं एवं वरीय अधिकारियों का भी पूरा सपोर्ट मील रहा है।
नीरज कुमार ने कहा कि “एसोसिएशन का चुनाव विभीनं समीकरणों के साथ लड़ने का ट्रेंड रहा है। वह मुद्दे जो एसोसिएशन के सीमा से परे है, उन्हें ही मुद्दा बना के लड़ते है। धरातल पर एक भी मुद्दा नहीं आता, हवा-हवाई बन कर रह जाता है। मैं स्थानीय मुद्दे (लोकल इस्सु) को अपना अजेंडा बनाया है, जिसे धरातल पे लाना लोकल मैनज्मेंट के हाथ में है।”
महासचिव पद के दूसरे उम्मीदवार मंतोष कुमार, वरीय प्रबंधक ईटीएल भी प्रेजिडेंट पद के प्रत्याशी ए के सिंह के टीम के है। ए के सिंह के टीम में रहने से उनको माइलेज भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी टीम के जीतने के बाद जितना एजेंडा हम लोगों ने पेश किया है उस पर अविलंब कारवाई शुरू करेंगे तथा सेफी में बोकारो की खोयी हुई गरिमा को प्राप्त करने के लिए शतप्रतिशत योगदान देंगे.
उधर अजय पांडेय भी इसी पद के प्रबल दावेदारों में से एक है। उन्होंने भी तगड़ी कैंपेन की है। माहौल को अपने तरफ लाने में आखिरी वक़्त लॉबिंग कर रहे है।अधिकारियों से खुद जा-जाकर मिल रहे है। उन्होंने कहा मुझे मौका मिला तो कुछ करने की तमन्ना मुझमें है। कुछ महत्वपूर्ण इस्सुज पर काम करना निहायत जरूरी है। कोई भी काम का एक सिस्टम बनवाना जिससे यूनियन या एसोसियेशन का एहसान न लेना पड़े।
इनके अलावा कार्तिक प्रसाद रजक और अजय कुमार पासवान भी कैंपेनिंग जोर-शोर से कर रहे है। प्लांट में कई लोगो का लगाव इन दोनों अधिकारियों से भी काफी अच्छा है। चुनाव के अंतिम घड़ी में इन प्रत्यशियों में किसकी तरफ कौन वोट करेगा यह तो आने वाला रिजल्ट ही बताएगा। पर कुछ भी हो बीएसएल के अधिकारियों के बीच नए पीढ़ी के नेता तैयार हो रहे है।