Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) की महिला अधिकारी शिल्पा टोप्पो, सहायक महाप्रबंधक (आई & ए), ने अपनी अदम्य इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से इतिहास रच दिया है। उन्होंने झारखंड पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में बेंच प्रेस और पावर लिफ्टिंग — दोनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल बीएसएल का नाम रोशन किया, बल्कि महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल कायम की है।
इंजीनियर से गोल्ड मेडलिस्ट तक का सफर
पेशे से इंजीनियर रहीं शिल्पा टोप्पो का पावर लिफ्टिंग से कोई पूर्व अनुभव नहीं था। लेकिन मात्र एक वर्ष की मेहनत और समर्पण ने उन्हें राज्य स्तर की चैंपियन बना दिया। अनेक अनुभवी खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने अपनी लगन, अनुशासन और संकल्प से यह स्वर्णिम उपलब्धि हासिल की।
चोट के बाद की वापसी बनी प्रेरणा
एक सड़क दुर्घटना में पैर की गंभीर चोट लगने के बावजूद शिल्पा ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने गुरु श्री देबी प्रसाद चटर्जी के मार्गदर्शन, परिजनों और सहकर्मियों के सहयोग से खुद को फिर से तैयार किया। अपनी कमजोरी को ताकत में बदलते हुए, निरंतर अभ्यास और मानसिक दृढ़ता से उन्होंने गोल्ड मेडल की राह बनाई।
निरंतरता और साहस का अद्भुत संगम
वर्ष 2023 में पहली बार उन्होंने जिला स्तरीय पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। उसी वर्ष नवंबर में उनका चयन पूर्वी क्षेत्रीय चैंपियनशिप के लिए हुआ, पर चोट ने रोक दिया। अगले वर्ष 2024 में उन्होंने 84 किलोग्राम वर्ग में दो कांस्य पदक जीतकर वापसी की। इस वर्ष उनकी मेहनत रंग लाई, जब उन्होंने झारखंड पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
BSL प्रबंधन ने दी बधाई
बीएसएल के शीर्ष प्रबंधन ने शिल्पा टोप्पो को इस असाधारण उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है। प्रबंधन ने कहा कि शिल्पा की सफलता समर्पण, आत्मविश्वास और महिला सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।

