Bokaro: बोकारो इस्पात सयंत्र (BSL) प्रबंधन ने 2010-2012 बैच में नियुक्त हुए कर्मचारियों के ट्रेनिंग अवधि की भविष्यनिधि के मद में न तो कर्मचारियों के वेतन से कटौती की और न ही कंपनी से द्वारा दी जाने वाली राशी कर्मचारियों के भविष्यनिधि कोष में जमा किया।
महामंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ ने विगत वर्षों में कई बार सेल और बोकारो इस्पात सयंत्र प्रबंधन के समक्ष उठाया और मांग किया कि कर्मचारियों के भविष्यनिधि कोष में प्रबंधन जल्द से जल्द सुधार करते हुए कर्मचारियों का भविष्यनिधि का योगदान और कंपानी का योगदान दोनों प्रबंधन के द्वारा दिया जाए और कर्मचारियों के वेतन से किसी प्रकार की कटौती नही की जाए।
विदित हो कि 1989 बैच के एसओटी का भी प्रबंधन ने ट्रेनिंग अवधि का भविष्य निधि में ऐसी ही गलती की थी। उस समय ओपरेटिव संघ द्वारा मुद्दे को उठाया गया था। जिसके फलस्वरूप बोकारो इस्पात सयंत्र प्रबंधन ने एसओटी कर्मचारियों का भविष्यनिधि का समायोजन 1992 में किया। जिसमे कर्मचारियों और प्रबंधन दोनों का योगदान प्रबंधन ने ही दिया । भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ ने बीएसएल प्रबंधन से मांग किया कि हमारा भी भविष्यनिधि का समायोजन उसी तर्ज पर किया जाय लेकिन प्रबंधन ने कटौती कर्मचारियों के वेतन पर्ची से कर लिया।
शम्भु कुमार, संयुक्त महामंत्री, ने कहा कि संघ इसका विरोध करती है और प्रबंधन को यह चेतावनी देती है कि अगर संघ के मांग पर विचार नहीं किया गया तो संघ इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतारेगी और न्यायालय जाएगी।