बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में हिंदी कार्यशाला सह कवि सम्मेलन का आयोजन रंग, उत्साह और रचनात्मकता से सराबोर रहा। कार्यक्रम में हिंदी के महत्व पर व्याख्यान, प्रतियोगिताएं और कविताओं की प्रस्तुति हुई। करुणा कालिका की कविताओं ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। आयोजन ने हिंदी की महत्ता और सांस्कृतिक धरोहर को नया आयाम दिया।
हिंदी के महत्व पर विशेष व्याख्यान
मुख्य महाप्रबंधक सुश्री नीता बा ने जोशपूर्ण शब्दों में कहा कि हमें अपनी मातृभाषा हिंदी को दैनिक कार्यों का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए गूगल इनपुट हिंदी जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करने का संदेश दिया। उनके विचारों ने सभागार में नई ऊर्जा भर दी। सहायक महाप्रबंधक शशांक शेखर ने कार्यस्थल और प्रशासनिक गतिविधियों में हिंदी के प्रयोग को अनिवार्य और सरल बनाने पर बल दिया।

प्रतियोगिताओं में दिखी कर्मचारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
कार्यक्रम में आयोजित हिंदी प्रतियोगिता ने कर्मचारियों और अधिकारियों की प्रतिभा को मंच दिया। उत्साह से भरे प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उनके प्रस्तुतिकरण ने यह संदेश दिया कि हिंदी न सिर्फ भाषा है, बल्कि हमारी संस्कृति और पहचान की जीवंत अभिव्यक्ति भी है।
कवियों ने मंत्रमुग्ध किया श्रोताओं को
कवि सम्मेलन ने कार्यक्रम को चरम पर पहुँचा दिया। बोकारो के प्रख्यात कवि डॉ. नरेंद्र राय की ओजपूर्ण कविताओं ने श्रोताओं में ऊर्जा का संचार किया, वहीं श्रीमती करुणा कालिका की शृंगार रस से सराबोर कविताओं ने वातावरण में रंग और मिठास घोल दी। तालियों की गड़गड़ाहट और मुस्कुराहटों ने सभागार को उत्साह से भर दिया।

