Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) प्रबंधन द्वारा प्लांट से बाहर नगर प्रशासन विभाग का मुख्य महाप्रबंधक बनाकर भेजे गए कुंदन कुमार ने ज्वाइन करने के साथ ही अतिक्रमण को लेकर अपना तेवर दिखा दिया। पिछले दो दशकों में जिस जगह हाथ डालने से अधिकारी कतराते थे, उसी दुंदीबाग में बीएसएल की टीम के साथ घुसकर बीएसएल के वाटर पाइपलाइन से जुड़े कई अवैध कनेक्शनों को नेस्त नाबूद कर दिया। ट्रक भर कर अवैध पाइपों को उठाकर ले आये।
दुंदीबाग़ में जिस जगह बीएसएल के मुख्य पाइपलाइन से भारी मात्रा में अवैध कनेक्शन जोड़े गए थे। वहां कुल 55 पॉइंट पर जोड़े गए पाइप को बीएसएल टीम निकाल पाई। उसके बाद उस जगह पानी भर गया। कई और पॉइंट छूट गए जिन्हे भी निकाल दिया जायेगा। इस कार्रवाई को अंजाम 50 होम गार्ड के जवान, एक गाड़ी पुलिस और जलापूर्ति विभाग के कर्मचारियों ने दिया।
शिकायतों की भरमार-
बता दें, पिछले 17 जुलाई को पानी चोरी रोकने के लिए बीएसएल प्रबंधन ने सेक्टर 12 थाना में लिखित शिकायत की थी। पर आज तक FIR नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि कुंदन कुमार को टीए की जिम्मेवारी संभालते ही पता लगा की सेक्टर 12 में रहनेवाले बीएसएल कर्मी पानी की किल्लत झेल रहे है। प्लांट के अंदर काम करने वाले कर्मियों के परेशानियों को खत्म करने के लिए उन्होंने पहल की। बीएसएल जलापूर्ति विभाग के महाप्रबंधक ए के सिंह से पूरे माजरे को समझा और फिर कूच करने का आदेश दे दिया।
जो बर्दास्त नहीं वह नहीं: सीजीएम
बीएसएल टीए के अधिकारी बता रहे है कि अतिक्रमण और उससे जुड़ी पानी-बिजली चोरी को लेकर सीजीएम ने अपना मंतव्य साफ़ कर दिया है – “बर्दास्त होने तक ही बर्दास्त करें, बर्दास्त के ऊपर हो जाये तो बर्दास्त नहीं करें, वैधानिक रूप से जो सही हो वो कार्रवाई करें”। आज की कार्रवाई भी इस सोच का नमूना है। दुंदीबाग में पानी के इन अवैध कनेक्शन के चलते सेक्टर 12 के कई घरो के टंकी में पानी नहीं चढ़ पा रहा था। स्तिथि भयावह हो गई थी। सेक्टर 12 F में कई घर आये दिन ‘नो वाटर’ झेल रहे थे। शिकयतों की झड़ी लग गई थी।
नगर प्रसाशन विभाग पर लग रहे लांछन को ख़त्म…बता दें, शहर में, प्लांट में काम करने वाले बीएसएल कर्मी सहित आम लोगो की सबसे अधिक शिकायतें बिजली और पानी को लेकर है। जिसका मूल कारण बेहिसाब अतिक्रमण है। नगर प्रसाशन विभाग पर अतिक्रमण को लेकर लग रहे लांछन और अपने अधिकारियो के गिरते मनोबल को मापते हुए सीजीएम कुंदन कुमार ने अवैध बिजली, पानी चोरी के गढ़ पर सीधे धावा बोला। सिर्फ आदेश ही नहीं दिया, बल्कि जिला प्रसाशन से सपोर्ट लेते हुए खुद मौके पर पहुंचकर सामने खड़े हुए और अपने बीएसएल टीम का मनोबल बढ़ाया।
बीएसएल के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, मणिकांत धान ने कहा कि सेक्टर 12 में कम पानी, नही पानी और गंदा पानी तीनो समस्याओ की शिकायत काफी दिनों से BSL प्रबंधन को मिल रही थी। सेक्टर 12 में रहने वाले निवासियों का जीना मोहाल हो गया था। शिकायतों की भरमार लग गई थी। BSL कर्मचारी और अधिकारी को आए दिन पानी की समस्या को लेकर तकलीफ उठानी पर रही थी।
मधुमक्खी के छत्ते की तरह पाइपलाइन से कनेक्शन-बुधवार को दुंदीबाग़ क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध कनेक्शन हटाए गए। एक जगह मधुमक्खी के छत्ते की तरह करीब 55 कनेक्शन 2इंच का लिया गया था। 700mm ब्यास के पाइप से अगर इतना कनेक्शन होगा तो निश्चित रूप से पानी का बहाव कम होगा और उस क्षेत्र में पानी का संकट होगा। ज्ञात हो कि अवैध कनेक्शन को हटाने और रोकने के लिए BSL का जलापूर्ति विभाग ने बड़े पैमाने पर सभी थाना क्षेत्रों में एप्लीकेशन दे कर कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
धान ने कहा कि पूरे ऑपरेशन की देखरेख की कमान महाप्रबंधक ए के सिंह कर रहे थे। हाल ही में ज्वाइन किए नए मुख्य महाप्रबंधक, नगर प्रशासन कुंदन कुमार स्वयं उपस्थित रहे।
बताया जा रहा है कि BSL जलापूर्ति विभाग पानी-बिजली चोरी करने वाले अवैध लोगो के खिलाफ कार्रवाई करेगा और नामजद FIR दर्ज़ कराएगा।