Bokaro: बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के तत्वाधान में कृषि बाजार प्रांगण में शिव हरी बंका की अध्यक्षता में दो प्रतिशत बाजार शुल्क के विरोध में थोक व्यवसायियों की एक बैठक संपन्न हुई. झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर खाद्यान्न व्यवसायियों ने पूरे राज्य में 16 मई से खाद्यान्न की आवक बंद करने का ऐलान किया है. बाजार शुल्क के विरोध में राज्य के कारोबारी लंबे समय से आंदोलनरत हैं, इसी क्रम में आज बोकारो चेंबर द्वारा बैठक आयोजित कर आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई.
चेंबर के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि पहले भी प्रदेश में बाजार शुल्क था लेकिन राज्य सरकार ने इसे हटा दिया था. अब मौजूदा सरकार फिर से बाजार शुल्क लगाकर आम जनता पर महंगाई थोपने का कार्य कर रही है. चेंबर की खाद्यान्न उप समिति के संयोजक शिव हरि बंका ने कहा की बाजार शुल्क लगाने की घोषणा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. चेंबर के उपाध्यक्ष अनिल गोयल ने कहा की 2% बाजार फीस का असर सीधे सीधे उपभोक्ताओं पर पड़ेगा एवं कारोबार पर अफसरशाही हावी होगी.
चेंबर के संरक्षक संजय बैद ने कहा कि झारखंड जैसे खनिज प्रधान प्रदेश में 2% कृषि उपज पर टेक्स् लगाना अव्यवहारिक है चुंकि झारखंड कृषि उत्पादक प्रदेश नहीं है, यहां खाद्यान्न अन्य प्रदेशों से आयात किया जाता है. चेंबर के पूर्व अध्यक्ष मनोज चौधरी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कृषि उपज पर टैक्स लगाने से इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा साथ में भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा बैठक में निर्णय लिया गया कि एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा जो पूरे आंदोलन पर अपनी नजर रखेगा.
बैठक में हनुमान अग्रवाल राजेश अग्रवाल राजेंद्र कुमार आशीष कुमार प्रेम कुमार अग्रवाल प्रीतम जयसवाल विनोद कुमार अशोक गोयल सहित बड़ी संख्या में थोक व्यवसाई उपस्थित थे