Bokaro: बोकारो में नवरात्र और दुर्गापूजा की धूम अलग ही रंग में देखने को मिली। शहर के विभिन्न स्कूलों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भक्ति, परंपरा और उत्सव की एक अद्भुत झलक पेश की। इस मौके पर अच्छाई की बुराई पर विजय का संदेश भी प्रतिध्वनित हुआ और आस्था व संस्कृति की एकता को उजागर किया गया।
डीपीएस बोकारो में गूंजा ‘दुर्गा वंदना’

दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो में कार्यक्रम की शुरुआत नर्सरी बच्चों द्वारा प्रस्तुत दुर्गा वंदना से हुई, जिसने पूरे वातावरण को भक्ति-भाव से भर दिया। कक्षा पांच के बच्चों ने दुर्गा अमृतवाणी का मधुर पाठ किया। वहीं, कक्षा दो के बच्चों ने मनमोहक गरबा प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने “पूरे समारोह में उत्साह और उल्लास भर देने वाली” कहा। डीपीएस प्राचार्य ए.एस. गंगवार ने कहा, “यह उत्सव भारत की सांस्कृतिक धरोहर से गहराई से जुड़ा हुआ है। दुर्गापूजा धार्मिक सीमाओं से परे समाज में एकता और अपनत्व का प्रतीक है।”

चिन्मया विद्यालय में नवरात्रि की नौ रूपों की झलक

चिन्मया विद्यालय में नर्सरी से बारहवीं तक के बच्चों ने माता दुर्गा के नौ रूपों को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सामाजिक संदेश भी जोड़ा गया, जहां विद्यार्थियों ने एक नाटक में ‘महिषासुर’ के रूप में भ्रष्टाचार का चित्रण कर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। वहीं, शिक्षकों और प्री-प्राइमरी स्टाफ ने जोशीले डांडिया नृत्य से उत्सव को और रंगीन बना दिया।
गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल में डांडिया और भांगड़ा की धूम

गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल में अध्यापकों ने पारंपरिक परिधानों में डांडिया और ऊर्जावान भांगड़ा प्रस्तुत कर माहौल को उल्लासपूर्ण बना दिया। भक्ति-गीतों की धुन और लयबद्ध कदमों ने पूरे परिसर को प्रफुल्लित कर दिया। विद्यालय के प्राचार्य अभिषेक कुमार ने कहा, “नवरात्र हमें शक्ति और सकारात्मकता के साथ जीना सिखाता है। ऐसे सांस्कृतिक आयोजन हमारी परंपराओं को जीवित रखते हैं और पूरे विद्यालय परिवार को जोड़ते हैं।”
