Bokaro: चिन्मय मिशन बोकारो में गुरुवार को बड़े धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई गई। इस शुभ अवसर पर मिशन की स्वामिनी संयुक्तानंदा सरस्वती ने पवनपुत्र हनुमान लला की पूजा अर्चना की। भक्तों की भारी भीड़ ने सुरमय संगीत के साथ सम्वत स्वर में 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया। साथ ही श्री हनुमानजी के 108 नामों का उच्चारण किया गया और उनसे प्रार्थना की कि पूरे विश्व का कल्याण हो।
इसके बाद स्वामिनी ने हनुमान जी के विभिन्न रूपों तथा गुणों का वर्णन किया। उन्होंने हनुमान चालीसा पाठ के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला। हनुमानजी की साधना-आराधना का अर्थ है प्रभु श्रीराम की आराधना। वे प्रभु श्रीराम के दुलारे , प्रिय एवम परमभक्त है। अष्ट सिद्धि और नवनिधि के दाता है, श्रद्धापूर्वक नित्य हनुमानजी की आराधना से, हनुमान चालीसा पाठ करने से बल, बुद्धि, विनम्रता एवम दिव्य शक्ति की प्राप्ति होती है। इसलिए इस घोर कलिकाल में हनुमान चालीसा पाठ, उनकी पूजा अर्चना, साधना अमोघ है, अमृत के समान है। हनुमानजी सभी कष्टों को हरने वाले हैं।
पूरी श्रद्धा एवम भक्तिभाव से पूजा अर्चना एवम पुष्पांजलि के बाद सभी भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। इस शुभ अवसर पर सचिव महेश त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष आर एन मल्लिक, प्राचार्य सूरज शर्मा, कार्यक्रम के समन्वयक संजीव मिश्रा के साथ साथ चास बोकारो के सैकड़ों श्रद्धालु एवम मिशन के सदस्य उपस्थित थे।
हनुमान जन्मोत्सव एक हिन्दू पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था और वे चिरंजीवी है मतलब त्रेता युग से अभी तक जीवित है और श्री राम जी का नाम जाप कर रहे हैं। हनुमान जी के जन्मदिन को हनुमान जयंती कहा जाता है।