Education Hindi News

चिन्मय विद्यालय में आयोजित हुआ शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम


Bokaro: आज चिन्मय विद्यालय बोकारो के तपोवन सभागार मे शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम का उद्घाटन मंचस्थ अतिथियों लाबोनी दत्ता,  सचिव-महेश त्रिपाठी एवं प्राचार्य सूरज शर्मा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। बच्चों के द्वारा सरस्वती वदना प्रस्तुति की गई।

शास्त्रीय गायिका लाबोनी दत्ता ने कहा कि जिसके श्रवण से मन प्रफुल्लित हो जाता है, उसे ही राग  कहते हैं । हर राग का अपना एक रूप, एक व्यवहार होता है। उन्होने ’’आहिर भैरव राग’’ पर गायन , राग भेरवी में एक भजन प्रस्तुत किया।

लाबोनी दत्ता ने शास्त्रीय संगीत के बारे में बच्चो को समझाते हुए कहा कि शास्त्रीय संगीत मे ध्रपद, ख्याल, धमार, ठुमरी, टप्पा इत्यादी प्रमुख है।

प्राचार्य सूरज शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि शास्त्रीय संगीत हमारी संस्कृति, संभ्यता के गहरे विचारो को व्यक्त करता है। संगीत के माध्यम से संगीतकार उस समय और उस समाज की तस्वीर बना देते है जिसमें वे रहते थे। शास्त्रीय गायन सुर प्रधान होता है, इसमें सुर का ही महत्व होता है।

शास्त्रीय संगीत को सुनने से मन को शांति मिलती है और मानसिक व्यायाम भी होता है। ब्लड शुगर,ब्लड प्रेशर इत्यादि बीमारियां भी समाप्त हो जाती हैं। जितने भी राग हैं, वे प्रकृति से संबंध रखते हैं। शास्त्रीय गायन प्रकृति से जुड़ी हुई है।

भारत में शास्त्रीय संगीत का इतिहास वैदिक काल से ही शुरू होता है। सामवेद संगीत पर आधारित दुनिया कि पहली पुस्तक है। इस संगीतमय कार्यक्रम मे लाबोनी दत्ता के गायन में पंडित राम बच्चन पाठक (तबला) एवं शिबेन चक्रवर्ती (हारमोनियम) से साथ दिये।

मौके पर अतिथिगण के अतिरिक्त नरमेन्द्र कुमार, सुप्रिया चौधरी, संजीव सिंह, विकास परिधारिया सहित सातवीं से नवमी तक के शिक्षक-शिक्षिकाएॅ उपस्थित थे। साथ ही संगीत विभाग के शिबेन चक्रवर्ती, जय किशन राठोर, रूपक झा, दिनेश कुमार उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन सोनाली गुप्ता और धन्यवाद ज्ञापन नरमेन्द्र कुमार ने दिया

लाबोनी दत्ता –

ज्ञात हो कि शास्त्रीय गायिका लाबोनी दत्ता ने अपने पिता से ही शिक्षा प्राप्त किया। साथ ही उन्होने प्रज्ञया बनर्जी एंव अलोक चट्टोपाध्याय, बिमान घोष जैसे प्रसिद्ध संगितकार से शिक्षा प्राप्त किया। लाबोनी दत्ता ने एम ए कि शिक्षा रविन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकता से प्राप्त किया। उन्होने ऑल इडिया रेडियो के साथ-साथ अखिल भारतीय स्तर पर भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय संगितकार के साथ कार्यक्रम मे अहम भुमिका निभायी।


Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!