Bokaro: गुरुवार को समाहरणालय स्थित सभागार में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की सफल तैयारी और जनभागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त अजय नाथ झा ने की। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारी, सभी बीडीओ, यूनिसेफ प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि और जल जीवन मिशन से जुड़े समन्वयक उपस्थित रहे।
सर्वेक्षण के लक्ष्य और मूल्यांकन बिंदुओं की दी जानकारी
कार्यपालक अभियंता राम प्रवेश राम ने बताया कि यह सर्वेक्षण देशभर के 761 जिलों, 21,000 गांवों, 3.36 लाख परिवारों और 1.05 लाख सार्वजनिक स्थलों पर होगा। मूल्यांकन 1000 अंकों के आधार पर होगा, जिसमें सेवा स्तर की प्रगति (240 अंक), फील्ड सर्वे (540 अंक), सुविधा आधारित प्लांट (120 अंक) और नागरिक प्रतिक्रिया (100 अंक) शामिल हैं।
उपायुक्त ने दिए मिशन मोड में कार्य के निर्देश
उपायुक्त झा ने कहा कि यह अभियान मिशन मोड में चलाया जाए। सभी बीडीओ को प्रखंड स्तरीय कार्यशालाएं आयोजित करने और जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, आंगनबाड़ी कर्मियों, जलसहियाओं को अभियान में सक्रिय रूप से जोड़ने के निर्देश दिए गए।
जन सहभागिता से ही संभव है स्वच्छता मिशन
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि स्वच्छता केवल आंकड़ा नहीं, बल्कि गांव के सम्मान और जीवन स्तर से जुड़ी बात है। सामुदायिक सहभागिता के बिना यह अभियान सफल नहीं हो सकता।