दिवाली से पहले जगह-जगह भरे डस्टबिनों में कचरा जलाकर की जा रही सफाई से टाउनशिप जहरीले धुएं की चपेट में है। बीएसएल प्रबंधन की लापरवाही से प्रदूषण का स्तर खतरनाक बढ़ोतरी पर है, जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। टाउनशिप में स्वच्छता के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
Bokaro : बोकारो स्टील टाउनशिप में कचरा प्रबंधन की स्थिति भयावह होती जा रही है। दिवाली जैसे प्रमुख त्यौहार के ठीक पहले जब लोग अपने घरों की साफ-सफाई में जुटे हैं, तब बोकारो स्टील प्लांट (BSL) का पब्लिक हेल्थ विभाग पूरा सुस्त दिखाई दे रहा है। जगह-जगह भरे पड़े डस्टबिनों में अब कचरे को जलाकर “सफाई” की जा रही है, जिससे हवा में जहरीला धुआं फैलकर लोगों का जीना दूभर कर रहा है। गाय, कुत्ते कचरा खा रहे है और रोड में फैला भी रहे है।
धुएं से भरा टाउनशिप, प्रशासन बना मूकदर्शक
पॉश इलाकों को छोड़ दें तो पूरे टाउनशिप में हालात ऐसी ही हैं। एक ओर जिला प्रशासन और बीएसएल प्रबंधन दिवाली और छठ की साफ-सफाई के बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर डस्टबिनों के आसपास बिखरे कचरे को आग के हवाले किया जा रहा है। सुबह-शाम टाउनशिप के कई इलाकों में धुआं छाया रहता है, जिससे लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही आग लगने का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

मुख्य सेक्टरों में डस्टबिन बने प्रदूषण का अड्डा
सेक्टर 2, 3, 6, 8, 9 और 12 सहित कई इलाकों में डस्टबिन भरकर उफन रहे हैं। हवा के साथ प्लास्टिक और गंदगी उड़कर आसपास फैल रही है। सिटी सेंटर जैसे व्यस्त इलाकों में तो हालात और बदतर हैं—शाम के समय जब लोग बाजार करने निकलते हैं, तभी डस्टबिन में आग लगाकर “खाली” किया जा रहा है। दुकानदार और स्थानीय लोग इस जहरीले धुएं और दुर्गंध से बेहाल हैं।
बीएसएल पब्लिक हेल्थ विभाग पर सवाल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बीएसएल का पब्लिक हेल्थ विभाग पूरी तरह लापरवाह हो गया है। विभाग के प्रभारी अधिकारी, जिनके अधीन कई अन्य जिम्मेदारियां हैं, सफाई और स्वच्छता से जुड़े कार्यों पर ध्यान नहीं दे पा रहे। परिणामस्वरूप टाउनशिप की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। सिटी सेंटर के प्लॉट होल्डर्स का कहना है कि वे कचरा प्रबंधन का सबसे अधिक चार्ज चुकाते हैं, फिर भी बीएसएल उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है।
कानून की धज्जियां उड़ा रहा बीएसएल
सूत्रों के अनुसार, बोकारो स्टील टाउनशिप में उत्पन्न नगर ठोस अपशिष्ट (Municipal Solid Waste) को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 2016 में बनाए गए Solid Waste Management Rules के तहत निपटाया जाना चाहिए। लेकिन बीएसएल ने आज तक ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण सुविधा (Solid Waste Processing Facility) विकसित नहीं की है। इसका सीधा नतीजा यह है कि कचरे को खुले में जलाने जैसी खतरनाक प्रथाएं टाउनशिप में आम हो चुकी हैं।
स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
विश्व संसाधन संस्थान (WRI) इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वर्ष 2019 में 16.7 लाख मौतें वायु प्रदूषण से जुड़ी थीं। शहरी कचरे को जलाने से निकलने वाला धुआं वातावरण में PM2.5, PM10, कार्बन मोनोऑक्साइड और अन्य जहरीले रसायनों का स्तर बढ़ा देता है, जिससे श्वसन, हृदय और मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है।
चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, BSL , मणिकांत धान से पूछने पर उन्होंने कहा
“बीएसएल पब्लिक हेल्थ विभाग ने टाउनशिप के विभिन्न स्थानों पर रखे लगभग 650 कूड़ेदानों से कचरे के निपटान के लिए एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया अपनाई है। बीएसएल जन स्वास्थ्य विभाग कूड़ेदानों में कचरा नहीं जलाता, बल्कि उसे निपटान के लिए कॉम्पैक्टर के माध्यम से सेक्टर 11 में निर्धारित स्थल पर ले जाता है। यदि किसी अन्य व्यक्ति द्वारा कूड़ेदानों में कचरा जलाने की ऐसी कोई घटना पब्लिक हेल्थ विभाग के संज्ञान में आती है, तो उसे बुझाने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाती है। उन्होंने फिर दोहराया कि बीएसएल जन स्वास्थ्य विभाग कूड़ेदानों में कचरा नहीं जलाता है और यदि ऐसी कोई घटना दिखाई देती है, तो इसकी सूचना जन स्वास्थ्य विभाग को दी जा सकती है और वे इस मुद्दे का समाधान करेंगे। इस बीच, दुर्भावनापूर्ण इरादे से ऐसी गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों की पहचान करने के लिए कूड़ेदानों की निगरानी भी की जा रही है। (BSL Public Health department has a well laid out procedure for disposal of garbage from the around 650 dustbins placed in different locations of the township. BSL Public health department does not resort to burning of garbage in the dustbins, rather it is transported to the identified site in Sector 11 through compactors for disposal. In case any such incidence of burning of the garbage in dustbins by any other person comes to notice of Public health, immediate action is taken to douse it. It is once again reiterated that BSL Public Health department does not resort to burning of garbage in the bins and if any such incidence is seen, it can be reported to Public Health and they will address the issue. Meanwhile, surveillance of the dustbins is also being done to identify persons engaged in such activities with a malafide intention.”
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