Bokaro: मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2022 के तहत फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आगामी 07 मार्च से 12 मार्च तक चलेगा। इसको लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले में कुल 2030 बूथ बनाया गया है। सभी वैक्सीनेटरों को प्रशिक्षण दिया जा चूका है। सभी प्रखंडों में दवा की आपूर्ति कर दी गई है। आम जन बूथ पर आएं, स्वयं दवा खाएं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने कहीं। वह बुधवार को अपने कार्यालय स्थित सभागार में आहूत संवाददाता सम्मेलन में प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
24 लाख 17 हजार 440 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है –
सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले के सभी सरकारी विभागों से समन्वय स्थापित किया गया है। जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक भी हुई है। फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर सभी तरह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चूका है। कुल 24 लाख 17 हजार 440 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। दवा खिलाने के कार्य की निगरानी के लिए 484 पर्वेक्षकों को लगाया गया है। वहीं, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रेपिड रिस्पांस टीम (आर आर टी) गठित किया गया है। कार्यक्रम से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 07 मार्च से 12 मार्च तक चलाया जाएगा-
जिला भी.बी.डी. पदाधिकारी डॉ. रेनू भारती ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 07 मार्च से 12 मार्च तक चलाया जाएगा। इसके तहत पहले दिन 07 मार्च को बूथ पर एवं शेष पांच दिन 08 से 12 मार्च तक डोर टू डोर जाकर डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी।
डब्ल्यूएचओ के कंस्लटेंट डॉ.मनोज कुमार ने कहा कि फलेरिया का कीटाणु हमारे शरिर में कई वर्षों तक रहता है इसका असर हमें 10 – 12 वर्षों के बाद होता है। इसलिए सभी के लिए इस दवा का सेवन जरूरी है। लगातार पांच वर्षों तक इसका सेवन करने से फलेरिया बीमारी से बचाव होता है।
संवाददाता सम्मेलन में डॉ एच के मिश्रा, डॉ. एन पी सिंह, डॉ. सेलिना, डॉ. संजय कुमार सिन्हा,सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला महामारी पदाधिकारी पवन श्रीवास्तव, डीपीएम प्रदीप कुमार सभी प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि, पीसीआई/केयर के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।