Bokaro: शहर के सिटी सेंटर के निकट स्तिथ आदिवासियों के जाहेर थान पर सोहराय पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पर्व के अवसर पर पक्ष-विपक्ष के नेता भी सम्मलित हुए। झामुमो, भाजपा, कांग्रेस के नेताओं ने राजनितिक दूरियों को कुछ देर के लिए भूलकर पर्व का आनंद लिया। समां कुछ ऐसा बंधा की भाजपा के बोकारो विधायक, बिरंची नारायण, गिरिडीह के पूर्व संसद, रविंद्र पांडेय ने मान्दर बजाया तो कोंग्रेस की प्रत्याशी रही स्वेता सिंह महिलाओ संग नाचते-झूमते नजर आई।
विधानसभा चुनाव के बाद ऐसा पहला मौका था की विधायक बिरंची नारायण और उनकी प्रतिद्वेंदी स्वेता सिंह आमने-सामने हुए। बताया जा रहा है कि दोनों ने मिलते ही एक दूसरे का अभिवादन किया। इसी बीच आयोजनकर्ताओं ने अनुरोध करते हुए विधायक और पूर्व सांसद को मान्दर पकड़ा दिया। महिलाओ ने भी स्वेता सिंह को पारंपरिक नाच में सम्मलित होने का अनुरोध करते हुए उनका हाथ पकड़ लिया। फिर क्या था, विधायक और पूर्व सांसद के बजाए मांदर की थाप पर स्वेता सिंह सहित सभों ने नांचा।
विधायक मद से पुरुष एवं महिला शौचालय निर्माण का शिलान्यास मुख्य अतिथि विधायक बिरंची नारायण द्वारा किया गया। बताया जा रहा है कि जाहेर थान समिति ने विधायक के समक्ष उनके पूजा स्थल का बाउंड्री वाल निर्माण का अनुरोध किया है। बिरंची नारायण ने कहा कि वह आदिवासी समाज की महिलाओं के द्वारा प्राप्त स्नेह से अभिभूत हैं। मानव जाति में एकमात्र आदिवासी समाज ही है, जो प्रकृति की इतनी नजदीक रहते है। पूर्व सांसद रवींद्र पांडेय ने कहा कि इस स्थान के विकास के लिए जो भी होगा वे करेंगे। कांग्रेस नेत्री श्वेता सिंह ने कहा कि आदिवासी समाज सोहराय धूमधाम से मनाते है। सोहराय पर्व संथाल आदिवासियों का महान पर्व है। झामुमो के हीरालाल मांझी ने बताया कि उन्होंने जाहेर थान में गुरुजनों के तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर कोटि-कोटि नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि दिया।
धूमधाम से मना सोहराय पर्व
आदिवासी संथाल समाज के सोहराय पर्व फसल कटने के बाद मनाया जाता है। यह मनुष्यों के प्रकृति और घरेलू पशुओं के बीच आपसी प्रेम और श्रद्धा को दर्शाता है। इस अवसर पर लोग अपने सगे संबंधियों को घर में आमंत्रित करते हैं। खासतौर पर विवाहित बेटियों और बहनों को पूरे मान सम्मान के साथ बुलाया जाता है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम को दर्शाता है।